Move to Jagran APP

एसएचओज अपने क्षेत्र में कम नशे वाले गांवों की करें पहचान

जिले में तैनात हर एसएचओ अपने तहत पड़ते क्षेत्र में एक ऐसे गांव की पहचान करें, जहां नशा बहुत कम है, ताकि उस गांव की ओर विशेष ध्यान देकर जल्द उसे नशा मुक्त गांव घोषित किया जा सके।

By JagranEdited By: Published: Tue, 17 Jul 2018 07:54 PM (IST)Updated: Tue, 17 Jul 2018 07:54 PM (IST)
एसएचओज अपने क्षेत्र में कम नशे वाले गांवों की करें पहचान
एसएचओज अपने क्षेत्र में कम नशे वाले गांवों की करें पहचान

जागरण संवाददाता, गुरदासपुर : जिले में तैनात हर एसएचओ अपने तहत पड़ते क्षेत्र में एक ऐसे गांव की पहचान करें, जहां नशा बहुत कम है, ताकि उस गांव की ओर विशेष ध्यान देकर जल्द उसे नशा मुक्त गांव घोषित किया जा सके। उक्त हिदायतें डीसी विपुल उज्जवल ने जिले के पुलिस व सिविल अधिकारियों के साथ डेपो मुहिम के तहत आयोजित बैठक के दौरान जिले के समूह एसएचओ को दीं। इस मौके पर एसएसपी बटाला उ¨पदरजीत ¨सह घुम्मण भी मौजूद थे।

loksabha election banner

सिविल प्रशासन व पुलिस एक साथ करे नशा रोकने के लिए काम

डीसी उज्जवल ने कहा कि जिले को नशा मुक्त करने के लिए पुलिस व सिविल प्रशासन आपसी तालमेल के साथ ठोस रणनीति के तहत काम करें, ताकि नशा रोकने के लिए चलाई गई मुहिम के सार्थक परिणाम सामने आ सके। उन्होंने बताया कि एसएचओ अपने-अपने क्षेत्र में नशे को खत्म करने के लिए पाबंद किए गए है और गांवों को नशा मुक्त करने के लिए उनका पहला उद्देश्य है। उन्होंने कहा कि गांव स्तर पर नशा पीड़ित गांवों की सूची तैयार की जाए। पहले फेस के दौरान वह गांव जहां नशे नहीं है या दो-चार घर है की पहचान की जाए, ताकि वहां विशेष पहल के आधार पर काम करके उसे नशा मुक्त गांव घोषित किया जा सके। दूसरे पड़ाव में जिस गांव में नशे पीड़ितों की सं या कम है और तीसरे फेज में नशा पीड़ितों की सं या अधिक है, की पहचान की जाए और वहां नशा रोकने की मुहिम के तहत कार्य किया जाए।

गांवों में जागरुकता अभियान चला लोगों को करें नशे के खिलाफ जागरूक

गांवों में जागरूकता समारोहों द्वारा लोगों को नशे के बुरे प्रभावों से जागरूक किया जाए और जो नशा करते है, उनको प्रेरित किया जाए कि वह इस बीमारी से बाहर निकल सकते है। इसलिए वह नशा छुड़ाओं केंद्रों में अपना इलाज करवाएं। उन्होंने कहा कि हमारा पूरा प्रयास होना चाहिए कि जो लोग नशे नहीं करते है, उन्हें भी प्रेरित किया जाए कि वह इसे न अपनाएं। जो नशा पीड़ित इस बीमारी को अलविदा कह चुके है, उनके द्वारा गांवों में लोगों को जागरूक किया जाए कि यह लोग नशे के प्रभाव में थे, लेकिन इसने अपने दृढ़ निश्चय से इस बीमारी से छुटकारा पा लिया है और आप भी पा सकते हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि जिले को नशा मुक्त करने के लिए किसी तरह की लापरवाही सहन नहीं की जाएगी।

ये रहे उपस्थित

इस मौके पर एडीसी जनरल वजिय सियाल, एडीसी विकास रणधीर ¨सह मुंधल, एसडीएम गुरदासपुर सकत्तर ¨सह बल, एसडीएम बटाला रोहित गुप्ता, सहायक कमिशनर जनरल रमन कोछड़, एसपी डी हर¨वदर ¨सह संधू, एसपी बटाला वरूण शर्मा, डीएसपी बटाला प्रलाद ¨सह, डीडीपीओ हर¨जदर ¨सह संधू, सिविल सर्जन डाक्टर किशन चंद, जिला शिक्षा अधिकारी एलीमेंट्री सल¨वदर ¨सह समरा आदि उपस्थित थे।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.