पंचायती जमीन की निशानदेही को लेकर प्रशासन व किसान संगठन हुए आमने-सामने
पंजाब में आप सरकार की ओर से सरकारी व पंचायती जमीनों पर हुए अवैध कब्जों को हटाने की मुहिम शुरू की गई है।
संवाद सहयोगी, गुरदासपुर : पंजाब में आप सरकार की ओर से सरकारी व पंचायती जमीनों पर हुए अवैध कब्जों को हटाने की मुहिम शुरू की गई है। इसी के तहत गांव बहूरियां में पंचायत विभाग की 37 एकड़ जमीन की निशानदेही करने के लिए भारी पुलिस बल गांव बहूरियां पहुंचा, लेकिन इस दौरान प्रशासन व किसान संगठन आमने सामने हो गए। किसानों ने प्रशासन का भारी विरोध करना शुरू कर दिया। किसानों ने विभिन्न संगठनों के नेतृत्व में प्रशासन व पंजाब सरकार के खिलाफ नारेबाजी भी की।
इस दौरान किसान नेता कंवलप्रीत सिंह काकी, बलविदर सिंह गुन्नोपुर, जगतार सिंह, गुरप्रीत सिंह रियाड़, बलदेव सिंह, अवतार सिंह आदि ने संयुक्त तौर पर बताया कि किसानों की ओर से जो जमीन आबाद की गई है, उसमें कभी जंगल व दलदल होता था। किसानों ने कहा कि वे सरकार के इस फैसले के सहमत हैं। लेकिन यदि जबरन जमीन छीनने की कोशिश की गई तो इसके नतीजे भयानक होंगे। बीडीपीओ काहनूवान गुरजीत सिंह व डीएसपी कुलविदर सिंह के साथ किसान नेताओं की लंबी बातचीत भी हुई। काहनूवान पंचायत के सरपंच आफताब सिंह, उनके साथी सुखदेव सिंह तथा मास्टर ईशर सिंह ने किसानों व प्रशासन में चल रहे विवाद को सुलझाया। इस दौरान हुई बातचीत के बाद दो दिन के लिए मामला टल गया। इसके बाद पुलिस वापस लौट गई। गौरतलब है कि बहूरियां के नजदीक काहनूवान बेट पंचायत की जमीन के कब्जे को लेकर सुबह से ही तनाव वाला माहौल बना हुआ था। वहीं पुलिस प्रशासन के वापस चले जाने के पीछे किसान संगठनों की ओर से लगाया मोर्चा भी खत्म करना का ऐलान किया गया। उन्होंने कहा कि इस मामले को संयुक्त किसान मोर्चा व किसान नेताओं की आपसी एकता के साथ हल करेंगे। इस मौके पर पगड़ी संभाल जट्टां लिहर, किसान मजदूर संघर्ष कमेटी व अन्य किसान संगठनों के नेता व अन्य गांवों के किसान मौजूद थे।