एडमिट कार्ड न बनने पर 18 विद्यार्थी परीक्षा से वंचित
पिछले कुछ समय से विवादों में चल रहे पीटीयू कैंपस दोदवां के बीटेक कंप्यूटर साइंस के चौथे समेस्टर के डेढ दर्जन विद्यार्थियों को वीरवार को प्रशासनिक लापरवाही के कारण फाइनल परीक्षा देने से वंचित रहना पड़ा।
संवाद सहयोगी, दीनानगर : पिछले कुछ समय से विवादों में चल रहे पीटीयू कैंपस दोदवां के बीटेक कंप्यूटर साइंस के चौथे समेस्टर के डेढ दर्जन विद्यार्थियों को वीरवार को प्रशासनिक लापरवाही के कारण फाइनल परीक्षा देने से वंचित रहना पड़ा।
वीरवार को कॉलेज के बीटेक कंप्यूटर साईंस चौथे स्मैस्टर की परीक्षा देने के लिए कालेज पहुंचे विद्यार्थी शशि देव, रू¨पदर कौर, नवप्रीत कौर, अंजली, सुनीता, नवनीत कुमारी, वैशाली, सुख¨वदर कौर, पूनम बाला, राकेश कुमार, संदीप कुमार, अभिषेक शमर, राकेश कुमार, पूर्ण कुमारी व राकेश सैनी ने बताया कि वीरवार को उनकी फाइनल परीक्षा थी और सुबह समय पर परीक्षा हाल में पहुंच गए थे, लेकिन कुछ देर बाद उन्हें यह कहकर परीक्षा केंद्र से बाहर निकाल दिया गया कि उनकी हाजरी पूरी नहीं है। इसलिए वह परीक्षा नहीं दे सकते। विद्यार्थियों ने बताया कि उन्हें इससे पहले कभी भी नोटिस बोर्ड द्वारा कम हाजरी संबंधी सूचित नहीं किया गया, जबकि उनकी हाजरी पूरी है। जिसकी तस्दीक बायोमैट्रिक मशीन पर की जा सकती है।
विद्यार्थियों ने पीटीयू मैनेजमैंट व सरकार से मांग की है कि उनके भविष्य के साथ खिलवाड़ करने वाले लोगों के खिलाफ कड़ी कार्यवाई की जाए। विद्यार्थियों ने बताया कि कैंपस मैनेजमैंट की ओर से जानबूझकर उनके एडमिट कार्ड देरी से तैयार किए गए है, ताकि विद्यार्थियों को परेशान किया जा सके। विद्यार्थियों ने बताया कि वह निर्धारित समय के दौरान ही एडमिट कार्ड संबंधी फार्म भरकर कालेज में सौंप चुके है, लेकिन अब कॉलेज मैनेजमैंट तरह-तरह के बहाने बनाकर अपनी जिम्मेदारी से भाग रही है।
परीक्षा अन्य दिन में लिया जाएगा : कैंपस इंचार्ज
दूसरी तरफ कैंपस के इंचार्ज सुमेश सूद ने विद्यार्थियों के आरोपों को नकारते हुए कहा कि विद्यार्थियों की ओर से बरती गई लापरवाही के कारण एडमिट कार्ड तैयार होने में देरी होने के कारण परीक्षा रद्द करनी पड़ी है। इसे किसी अन्य दिन लिया जाएगा।
परीक्षा रद्द करने का किसी को अधिकार नहीं : अजय कुमार
जब मामले संबंधी पंजाब टेक्निकल विश्व विद्यालय के वाइस चांसलर डाक्टर अजय कुमार से बात की गई तो उन्होंने उक्त मामले संबंधी कोई भी जानकारी होने से मना करते कहा कि किसी भी कंट्रोलर को परीक्षा रद्द करने का अधिकार नहीं है। उन्होंने कहा कि वह मामले की जांच करवाने के बाद उचित कार्यवाई करेंगे।