लंगाह के करीबी सिपाहिया के गिराए मकान के मलबे को उठाने का काम शुरू
संवाद सहयोगी, धारीवाल : पूर्व अकाली मंत्री सुच्चा ¨सह लंगाह के नजदीकी समझे जाते गुज्जर मोहम्मद रफी उ
संवाद सहयोगी, धारीवाल : पूर्व अकाली मंत्री सुच्चा ¨सह लंगाह के नजदीकी समझे जाते गुज्जर मोहम्मद रफी उर्फ सिपाहिया का धारीवाल स्थित नहर के किनारे बने पक्के मकान को प्रशासन ने कार्रवाई करते हुए कुछ समय पहले गिरा दिया था। गिराए गए मकान का मलबा उस जगह पर वैसे ही पड़ा हुआ था। इसे गुज्जर सिपाहिया की ओर से उठाया नहीं गया। मंगलवार को नहरी विभाग के एसडीओ अ¨तदरपाल ¨सह, डीएसपी धारीवाल मनजीत ¨सह, एसएचओ अमनदीप ¨सह व अन्य अधिकारियों के नेतृत्व में जेसीबी मशीन के साथ मकान के मलबे को उठाने का काम शुरू किया गया।
गौरतलब है कि पिछले कई सालों से गुज्जर मोह मद रफी उर्फ सिपाहिया नहर के किनारे पर एक कच्चा मकान बना कर रह रहा था। राजनीतिक पहुंच के चलते उसने कच्चे मकान को सरकारी जमीन में एक पक्की बि¨ल्डग के रूप में तबदील कर दिया था। इस गुज्जर सिपाहिया को लोग तांत्रिक गुज्जर के तौर पर भी जानते हैं। इस दौरान धारीवाल में स्थित छोटा मासूम बच्चा मुनीष पुत्र विजय कुमार के कुछ साल पहले हुए कत्ल के संबंध में भी उक्त तांत्रिक मोहम्मद रफी का नाम सामने आया था और इस बच्चे के हुए कत्ल में थाना धारीवाल की पुलिस ने भले ही धारा 302 के तहत अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया था, लेकिन राजनीतिक प्रभाव के चलते इसकी जांच आगे नहीं चल सकी। लेकिन इसके बाद पीड़ित विजय कुमार ने माननीय अदालत गुरदासपुर का दरवाजा खटखटा कर अपने साथ हुई बेइंसाफी की जांच करके इंसाफ दिलाने की मांग की थी और डिप्टी कमिश्नर गुरदासपुर को एक शिकायत देकर मांग की थी कि मोहम्मद रफी सरकारी जमीन पर अवैध कब्जा करके पक्का मकान बना कर अपने परिवार सहित रहने लगा था। इसलिए उक्त गुज्जर से यह सरकारी जमीन का कब्जा तुरंत छुड़वाया जाए।
इस अवैध कब्जे को छुड़वाने के लिए विजय कुमार ने कुछ राजनीतिक पार्टियों के नेताओं का सहयोग भी लिया था। इसके चलते एसडीएम गुरदासपुर की ओर से उक्त मकान को गिराने के लिए नहरी विभाग के अधिकारियों को आदेश जारी किए थे। नहरी विभाग के अधिकारियों की ओर से मकान खाली करने के लिए बार बार मोह मद रफी के परिवारिक सदस्यों को नोटिस दिए गए। लेकिन उन्होंने मकान खाली नहीं किया था। इसके बाद नहरी विभाग के अधिकारियों ने भारी पुलिस बल के साथ उक्त अवैध तौर पर सरकारी जमीन पर बने मकान को जेसीबी मशीन की सहायता से गिरा दिया था। उसी दिन से मकान का मलबा गुज्जर सिपाहिया की ओर से नहीं उठाया गया था। इसके चलते मंगलवार को विभाग की ओर से कार्रवाई करते हुए मलबा उठवाया गया है।