जल्द भरे जाएं सफाई कर्मियों के खाली पद : गेजा राम
सफाई कर्मचारी कमिशन के चेयरमैन गेजा राम वाल्मीकि ने वीरवार को जिला प्रबंधीय कांपलेक्स में समूह अधिकारियों के साथ बैठक कर सफाई कर्मियों की समस्याओं का पहल के आधार पर समाधान करने के आदेश दिए।
संवाद सहयोगी, फिरोजपुर : सफाई कर्मचारी कमिशन के चेयरमैन गेजा राम वाल्मीकि ने वीरवार को जिला प्रबंधीय कांपलेक्स में समूह अधिकारियों के साथ बैठक कर सफाई कर्मियों की समस्याओं का पहल के आधार पर समाधान करने के आदेश दिए।
इस मौके डिप्टी कमिश्नर गुरपाल सिंह चाहल, सहायक डिप्टी कमिश्नर (ज.) राजदीप कौर भी मौजूद थी। इस दौरान गेजा राम ने सफाई कर्मचारियों की मुश्किलें सुनी और विश्वास दिलाया कि उनकी मुश्किलों का निपटारा जल्दी ही किया जाएगा। उन्होंने कहा कि यदि कोई ठेकेदार सफाई कामगारों को वेतन कम देता है तो उसके खिलाफ बनती कार्रवाई की जाएगी। सफाई कर्मचारियों को वेतन उनके खातों में ही दिया जाए।
गेजा राम ने नगर कौंसिल गुरुहरसहाय, ममदोट, जीरा, तलवंडी भाई समेत बाकी नगर कौंसिलों में खाली पड़ी पोस्टों को भी भरने के आदेश दिए। उन्होंने कहा कि तरस के आधार पर की जाने वाली भर्ती में यदि किसी परिवार का कोई विवाद चल रहा है तो 15 दिनों के अंदर इसको हल कर नियुक्ति पत्र की कार्यवाही पर अमल हो। सफाई कर्मचारियों से सिर्फ उन की बनती ड्यूटी का ही काम लिया जाए । दी क्लास फोर गर्वमेंट इंप्लाइज यूनियन ने दिया धरना
फिरोजपुर: दी
क्लास फोर गवर्नमेंट इंप्लाइज यूनियन की ओर से वीरवार को दर्जा चार जिला प्रधान राम प्रसाद और महासचिव प्रवीन कुमार के नेतृत्व में मांगों को लेकर डिप्टी कमिश्नर दफ्तर के सामने रोष प्रदर्शन किया गया। इस दौरान भगवंत सिंह , महेश कुमार, अजीत गिल, विल्सन, गुरदास, बूटा सिंह, दविदर अटवाल ने कहा कि पंजाब सरकार कर्मचारियों की जायज मांगों को पूरा नहीं कर रहीे और उन्हें सिर्फ अश्वासन ही दे रही है, जिसके चलते उन्हें मजबूर होकर संघर्ष करना पड़ रहा है।
उन्होंने कहा कि यदि जल्द ही सरकार ने इस तरफ ध्यान नहीं दिया तो वह बड़ी रोष रैली नौ दिसंबर को मोहाली में करेंगे, जिसकी जिम्मेदारी सरकार की होगी। उन्होंने कहा कि सरकार 6वें वेतन कमीशन की रिपोर्ट लागू करने, मुलाजिम भलाई एक्ट 2016 लागू करने, हर तरह के कच्चे मुलाजिमों को पक्का करने, मुलाजिमों का 125 प्रतिशत डीए प्राथमिक वेतन में मर्ज करने सहित उनकी अन्य सभी जायज मांगों को पूर करे, ताकि कर्मचारी संघर्ष का रास्ता छोड़कर अपना काम कर सकें ।