इन खास सुंदर विदेशी मेहमानों को भाया पंजाब, गुलजार हुआ हरिके पत्तन वेटलैंड
हरिके वेटलैंड इस बार विदेशी सैलानियों को खूब भा रहा है। हजारों किलोमीटर दूर से आने वाले इन मेहमानों की संख्या खासी बढ़ी है। हम बात कर रहे हैं विदेशी पक्षियों की।
प्रदीप कुमार सिंह, हरिके वेटलैंड (फिरोजपुर)। इन खास सुंदर विदेशी सैलानियों को पंजाब का हरिके पत्तन वेटलैंड बहुत भा रहा है। हजारों की संख्या में पहुंचे ये विदेशी सैलानियों ने हरिके पत्तन में माहाैल को बेहद रंगीन व मोहक बना दिया है। पूरा वेटलैंड हजारों किलोमीटर की दूरी तय कर पहुंचे रंग-बिरंगे विदेशी पक्षियों से गुलजार हो रहा है। इन सुंदर मेहमानों को हरिके वेटलैंड का स्वच्छ वातावरण व शांत परिवेश भा गया है। इस बार सर्दी के मौसम में प्रवास के लिए गत वर्ष के मुकाबले ज्यादा पक्षी यहां पहुंचे हैं।
गत वर्ष के मुकाबले 28457 ज्यादा आए पक्षी, सबसे ज्यादा यूरेशियन कोट पक्षी की तादात
हरिके वेटलैंड में विदेशी पक्षियों के पहुंचने की अब तक की यह सबसे ज्यादा संख्या रिकार्ड हुई है। यहां हर साल ठंड के मौसम में हजारों किलोमीटर की दूरी तय की हजारों की संख्या में विभिन्न प्रजातियों के पक्षी पहुंचते हैं। इनकी वैज्ञानिक तरीके से गणना की जाती है। इस बार पक्षियों की वैज्ञानिक तरीके से हुई गणना सात से ज्यादा एजेंसियों ने भाग लिया। इस बार सबसे ज्यादा यूरेशियन कोट प्रजाति के पक्षी वेटलैंड में पहुंचे हैं।
हरिके पत्तन वर्ल्ड वाइल्ड विभाग की डीएफओ कल्पना ने बताया कि इस बार वेटलैंड में विदेशी पक्षियों की तादात अब तक सबसे ज्यादा है। उन्होंने बताया कि वेटलैंड के विस्तृत भाग में विदेशी पक्षी प्रवास के लिए पहुंचते है, जिनकी गणना करना मुश्किल भरा काम होता है। विगत कुछ वर्षों से वैज्ञानिक तरीके से पक्षियों की गणना की जा रही है। उन्होंने बताया कि इस बार वेटलैंड पहुंचने वाले विदेशी पक्षियों की तादात 123128 निर्धारित हुई।
वेटलैंड़ में 95 प्रजाति के पक्षी पहुंचे हैं इस बार, सात से ज्यादा एजेंसियों ने की वैज्ञानिक तरीके से गणना
उन्होंने बताया कि इस बार मौसम पक्षियों व पर्यटकों के अनुकूल रहा, जिससे दोनों की तादात में इजाफा हुआ है। विदेशी पक्षियों को वेटलैंड में देखने के लिए देश के विभिन्न हिस्सों से पयर्टक पहुंच रहे है। उन्होंने बताया कि पक्षियों के चारे का पूरा ध्यान रखा जाता है, यहीं नहीं पक्षियों को किसी प्रकार से कोई नुकसान न पहुंचाए, इसके लिए भी वेटलैंड में कड़ी निगरानी की जा रही है। इसके कारण यहां पर विदेशी पक्षियों को ज्यादा सुरक्षित माहौल मिल रहा है। इन पक्षियों को शिकारियों से बचाने के लिए दिन-रात निगरानी की जा रही है। जो भी लोग इन्हें नुकसान पहुंचाने की कोशिश करते है उनके विरूद्ध वन्य-जीव अधिनियम के तहत कानूनी कार्रवाई की जाती है।
इस बार 123128 विदेशी पहुंचे वेटलैंड
गत वर्ष वेटलैंड में 94771 विदेशी पक्षी पहुंचे थे। इस बार यहां आने वाले विदेशी पक्षियों की संख्या में 28457 की बढ़ोत्तरी हुई है। इस बार गणना में हरिके पत्तन वेटलैंड पहुंचने वाले विदेशी पक्षियों की संख्या 123128 पाई गई है। इन पक्षियों की कुल 95 प्राजाति रिकार्ड की गई है। इसमें सबसे ज्यादा यूरेशियान कोट के पक्षी 73765, गढ़वाल 22553, ग्रीलॉग हंस 8321, लिटिल काॅर्मोरेंट 3540 व यूरेशियन वेजन प्रजाति के 2054 पक्षी हैं।
पक्षियों की गणना करने वाली एजेंसियों के सदस्य।
पक्षियों की गणना करने वाली एजेंसियां
पक्षियों की गणना 18 से 20 जनवरी तक की गई। पक्षियों की गणना में इस बार फिरोजपुर वन्य जीव डिवीजन, पंजाब वन्य-जीव प्रभाग के कर्मचारी, डब्लूडब्लूएफ इंडिया, चंडीगढ़ की वर्ल्ड क्लब, अमृतसर पक्षी क्लब, फरीदकोट पक्षी क्लब, लुधियाना पक्षी क्लब के अलावा निजी तौर पर कई अन्य एजेंसियों ने हिस्सा लिया। सभी एजेंसियों की गणना कंपाइल करने के बाद वेटलैंड पहुंचने वाले विदेशी पक्षियों की तादात 123128 निर्धारित हुई।