कोरोना के कारण होटल मालिकों पर मंदी की मार
राज्यों में बिना पास के होटल और रेस्तरां व्यवसाय खोलने को हरी झंडी दे दी है।
तेजिदर सिंह खालसा, अबोहर : केंद्र सरकार ने आठ जून से
राज्यों में बिना पास के होटल और रेस्तरां व्यवसाय खोलने को हरी झंडी दे दी है। इस संबंध में केंद्र ने राज्य सरकारों को अपने स्तर पर नियमों को निर्धारित करने को कहा है।
अबोहर होटल एसोसिएशन के अध्यक्ष दविदर तूर ने कहा कि हम पंजाब सरकार द्वारा दिए गए निर्देशों के अनुसार होटल व्यवसाय शुरू करेंगे। इसके बारे में कुछ दिन पहले जिला उपायुक्त से भी बात की थी और होटल उद्योग के लिए एक पैकेज भी मांगा गया था।
हनुमानगढ़ रोड पर स्थित ढाबा के मालिक लवप्रीत सिंह और जुगनू ने कहा कि हमारा काम ऑनलाइन होम डिलीवरी पर चल रहा है जो सामान्य से केवल 15-20 प्रतिशत ही है। पहले 18 लोग काम करते थे लेकिन अब केवल 5-7 हैं।
अप्रैल में काम बंद होने के कारण बिजली बिल 22,700 रुपये था जो अब बढ़कर 63,590 रुपये हो चुका है, लेकिन काम नहीं होने के कारण बिल का भुगतान करने में असमर्थ हैं। उन्होंने सरकार से व्यापार के लिए विशेष रियायत देने की मांग की है। चाचा होटल के मालिक अमनीश खुंगर ने कहा कि होटल व्यवसाय बंद होने के कारण 50 प्रतिशत मजदूर चले गए है। उन्होंने कहा कि आठ जून से व्यवसाय शुरू करने के आदेशों के बाद भी होटल उद्योग जल्द अपने पैरों पर वापस नहीं आ पाएगा क्योंकि अधिकांश लोग बाहर का खाना खाने से गुरेज कर रहे है।
उन्होंने कहा कि सरकार के निर्देशों के अनुसार होटलों में सभी व्यवस्था की जाएगी, लेकिन सरकार को होटल उद्योग को जीवित रखने के लिए कुछ वित्तीय रियायतें भी देनी चाहिए।
सेठी रिजेंसी के मालिक स्वीकार सेठी ने कहा कि वर्तमान में अनेक श्रमिक अपने गांवों में चले गए हैं और श्रम के बिना काम करना संभव नहीं है। होटल के लंबे समय तक बंद रहने से कई नुकसान हुए हैं, जिन्हें पूरा करने में लंबा समय लग सकता है।