विद्यार्थियों व अध्यापकों को सिखाए प्राकृतिक आपदा से निपटने के गुर
7वीं बटालियन एनडीआरएफ टीम ने डीएवी स्कूल के बच्चों को आपदा प्रबंधन के गुर सिखाने के लिए जागरूकता कैंप लगाया।
संवाद सहयोगी, अबोहर : 7वीं बटालियन राष्ट्रीय आपदा मोचन बल एनडीआरएफ टीम ने डीएवी स्कूल के बच्चों व स्टाफ को आपदा प्रबंधन के गुर सिखाने के लिए जागरूकता कैंप लगाया। इस दौरान बच्चों को प्रशिक्षण व व्याख्यान दिया गया। एनडीआरएफ के कमांडिग आफिसर रवि कुमार पंडिता के कुशल मार्गदर्शन व निर्देशन में इंस्पेक्टर टाइटस शेखों, सब इंस्पेक्टर प्रदीप कुमार व अशोक कुमार के नेतृत्व में उनकी पूरी टीम ने विद्यार्थियों व समूह स्टाफ को प्राकृतिक आपदा के समय पैदा हुई विपदाओं से निपटने के कई गुर सिखाए। शेखों ने बच्चों को प्राकृतिक आपदा और मानव जनित आपदा से निपटने की जानकारी देते हुए कहा कि किसी भी प्राकृतिक आपदा के समय सबसे ज्यादा नुकसान घबराहट के कारण होता है इसलिए कभी भी घबराएं नहीं, हौसले से काम लें। कई बार आदमी डर और घबराहट में अपनी जान गंवा बैठता है। इसलिए कोई भी आपदा या घटना हो तो शांति से उससे निपटने के उपाय मन में लाएं। भूकंप आने पर घबराएं नहीं, ऊंचे भवन के नीचे से हटकर खुले मैदान में पहुंचे। एनडीआरएफ टीम ने प्रशिक्षण के दौरान स्कूल के छात्रों को भूकंप सुरक्षा, आगजनी, बाढ़, सड़क सुरक्षा के बारे में जानकारियां दी। उन्होंने कहा कि किसी को अचानक हार्ट अटैक हो जाए तो वह व्यक्ति छह मिनट तक जीवित रह सकता है। उस समय में सही तरीके से उपचार मिल जाए तो उनका जीवन बचने की संभावना 90 प्रतिशत तक बढ़ जाती है। टीम द्वारा आपदा के समय ऊंची मंजिलों से रस्सी के सहारे नीचे उतरने की कला को भी सिखाया गया। विद्यालय के एनसीसी कैडेटों ने एनडीआरएफ टीम के साथ हर गतिविधि को बाखूबी निभाया गया। प्रिसिपल श्रीमती स्मिता शर्मा ने कहा कि शिक्षकों तथा विद्यार्थियों को लगातार इस तरह का प्रशिक्षण दिया जाता है जिसका उद्देश्य है कि विद्यालय के शिक्षकों तथा बच्चों को आपदा प्रबंधन में इस प्रकार जागरूक व सक्षम बनाया जाए कि वे विद्यालय परिसर में उत्पन्न किसी भी तरह की आपात स्थिति का कारगर ढंग से मुकाबला कर सकें।
आपदा के दौरान स्कूलों में जान-माल का नुकसान न हो, इसके लिए इस प्रकार का प्रशिक्षण विद्यार्थियों को देना बहुत ही आवश्यक है। कार्यक्रम के अंत में प्रिसिपल स्मिता शर्मा, स्कूल सुपरवाइजर सुनीता सहगल व राजेश सेतिया ने एनडीआरएफ की पूरी टीम को स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया गया। मंच संचालन अध्यापक नीरज शर्मा द्वारा किया गया।