सीमा पर पाक सेना व रेंजर्स की बडी साजिश, भारत को परेशान करने को कर रही यह हरकत
पाकिस्तानी सेना और पाक रेंजर्स ने भारत के खिलाफ अब नई साजिश रची है। वे सीमा पार से भारत में ड्रग तस्करी के लिए अपनी चौेकियां तस्करों को किराये पर दे रहे हैं।
फिरोजपुर, [प्रदीप कुमार सिंह]। पाकिस्तानी सेना और पाक रेंजर्स किसी हद तक जा सकते हैं। आतंकियों की घुसपैठ कराने के साथ हर अब उन्होंने नशा तस्करों को अपनी चौकी तक किराये पर देना शुरू कर दिया है। पाकिस्तानी रेंजर्स अपनी चौकियां ड्रग तस्करों को किराये पर दे रहे हैं। पाकिस्तान में आम चुनाव नजदीक आते ही तस्करों ने अपनी गतिविधियां भी बढ़ा दी हैं।
भारत में हेरोइन की तस्करी के लिए तस्कर पाक रेंजर्स से दो दिन तक चौकी किराये पर ले रहे हैं। तस्कर इसके लिए पाक रेंजर्स को 20 लाख से अधिक रुपये चुका रहे हैं। हालांकि पाकिस्तान में अफीम की बंपर फसल होने पर तस्करों ने हेरोइन की कीमत कम कर दी है, लेकिन तस्करी की घटनाएं बढ़ा दी हैं।
दो दिन के लिए एक चौकी के चुकाए जाते हैं 20 लाख या अधिक रुपये
यह खुलासा काउंटर इंटेलीजेंस (फिरोजपुर) के एआइजी नरिंदर पाल सिंह ने किया है। उन्होंने बताया कि मौसम सही रहने के चलते पाकिस्तान में इस बार अफीम की बंपर पैदावार हुई है। ऐसे में पाक हेरोइन तस्कर भारतीय तस्करों को आठ की जगह पांच लाख रुपये में एक किलो हेरोइन सप्लाई कर रह हैं। सूत्रों के अनुसार कुछ समय बाद पाकिस्तान में आम चुनाव हैं, ऐसे में पैसा जुटाने के लिए पाक सेना तस्करों पर मेहरबान है।
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धुंध का उठा रहे फायदा
एआइजी नरिंदर पाल सिंह का कहना है कि तस्कर सीमा के दोनों ओर घनी धुंध का फायदा उठा रहे हैं। भारतीय सीमा में बीजी गई गेहूं की फसल में तस्कर हेरोइन फेंक जाते हैं जिसे बाद में वाट्सएप लोकेशन की मदद से उठा लिया जाता है। यह खुलासा फाजिल्का से पकड़े गए 19 साल के तस्कर प्रेम ने पूछताछ में की।
युवा तस्करों ने बढ़ाई मुश्किल
युवा तस्करों का कोई क्राइम प्रोफाइल न होने से उनकी पहचान करना मुश्किल हो गया है। चार महीने में जो तस्कर हाथ आए हैं उनमें अधिकतर पहली बार काबू किए गए हैं।
तार पार से रहती है तस्करों की नजर
तस्कर प्रेम सिंह की पुस्तैनी जमीन में ही बीएसएफ की गट्टी यारू चौकी है। चौकी के गेट के दोनों ओर प्रेम के खेत हैं। इसी कारण वह तस्करी की कई वारदातें आसानी से कर पाया। पाक तस्करों की निगाह भी उन किसानों पर रहती है जिनकी जमीन तारबंदी के पार होती है। भारतीय क्षेत्र में ड्रग के पैकेट फेंकने के बाद पाकिस्तानी तस्करों की सीमा पार से इन पर पूरी नजर होती है। इसमें पाक रेंजर्स भी उनकी मदद करते हैं।
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