हर मैच में अच्छा प्रदर्शन करना चुनौतीपूर्ण : शुभमन गिल
जब भी स्टेडियम में मेरे माता पिता मैच देखने आते हैं तो मेरा हौसला बढ़ता है।
प्रवीण कथूरिया/दीपक पोहिया, अबोहर : जब भी स्टेडियम में मेरे माता पिता मैच देखने आते हैं तो मेरा हौसला बढ़ता है। कोलकाता नाइट राइडर के एक मैच में जब मेरे माता पिता स्टेडियम में थे तो मैंने अपनी टीम के लिए मैच जिताऊ पारी खेली। यह कहना है दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ टेस्ट टीम में शामिल किए गए मूलत: फाजिल्का के निवासी 20 साल के क्रिकेटर शुभमन गिल का। गिल की इस समय क्रिकेट जगत में काफी चर्चा है। वर्तमान में मोहाली शिफ्ट हो चुके शुभमन गिल को केएल राहुल की जगह भारत की टेस्ट टीम में बतौर बैकअप ओपनर के तौर पर शामिल किया गया है। देश को युवराज सिंह और हरभजन सिंह जैसे महान क्रिकेटर दे चुके पंजाब को इस युवा से काफी उम्मीदें हैं। भारतीय टीम में चयन से पहले खास बातचीत में शुभमन गिल ने कहा था कि अगर राष्ट्रीय टीम में आना है तो खुद को पहले घरेलू क्रिकेट में साबित करना पड़ेगा। उन्होंने कहा-मेरे लिए इंडिया ए की तरफ से खेलते हुए ये जरूरी है कि मैं वेस्टइंडीज में बेहतर प्रदर्शन करूं। एक सवाल के जबाब में इस युवा क्रिकेटर ने कहा कि युवराज सिंह से तुलना अभी ठीक नहीं है। उन्होंने भारतीय क्रिकेट को बहुत कुछ दिया है। मेरा करियर तो अभी शुरू ही हुआ है और मुझे खुद को साबित करना है।
मोहाली क्रिकेट ग्राउंड सबसे पसंदीदा
गिल ने कहा कि मैं जहाँ जहाँ क्रिकेट खेला , सब स्टेडियम अच्छे लगे। लेकिन मोहाली के क्रिकेट स्टेडियम से मेरा खास लगाव है और यही मेरा सबसे पसंदीदा मैदान है। शुभमन गिल ने एक अन्य सवाल पर कहा- ये टीम मैनेजमेंट पर निर्भर करता है कि वे मुझे किस नम्बर पर बल्लेबाजी कराते हैं लेकिन क्योकि मैं शुरू से ही टॉप आर्डर बैट्समैन हूं, इसलिए मुझे हमेशा पहले तीन स्थानों पर खेलने में अच्छा लगता है। गिल प्वाइंट पर फील्डिग करना पसंद करते हैं और खेलते वक्त लाल रुमाल को साथ रखना खुद के लिए शुभ मानते हैं। विश्वकप में खेलने का मौका हाथ से निकल जाने सम्बन्धी सवाल पर गिल ने कहा कि लाइफ में मौके आते रहते हैं, यह भी कम सौभाग्य की बात नहीं है कि मुझे न्यूजीलैंड के खिलाफ देश का प्रतिनिधित्व करने का मौका मिला। भारतीय ड्रेसिग रूम सांझा करना गर्व की बात है। उन्होंने कहा कि हर मैच में बेहतरीन प्रदर्शन करना चैलेंजिग होता है और मैं हमेशा अच्छा प्रदर्शन करने की कोशिश करता हूं। एक अन्य सवाल पर उन्होंने कहा- मेरा किसी खिलाड़ी से नहीं बल्कि खुद से कम्पटीशन है और अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में स्थापित करना लक्ष्य है।
युवराज और हरभजन हमेशा हौंसला बढ़ाते हैं
उन्होंने बताया कि क्रिकेटर युवराज सिंह और हरभजन सिंह से ज्यादा बात नहीं होती लेकिन जब भी मिलते हैं तो मेरा हौंसला बढ़ाते हैं। उन्होंने कहा कि माता-पिता मेरे सबसे बड़े मार्गदर्शक हैं। पिता ने यहां तक पहुंचाने में काफी मेहनत की । गिल ने विराट कोहली और सचिन तेंदुलकर को महान खिलाड़ी बताते हुए उन्हें अपना आदर्श बताया तो राहुल द्रविड़ की भी यह कहकर तारीफ की कि उनसे बहुत कुछ सीखने को मिला। उल्लेखनीय है कि शुभमन गिल को भारतीय दौरे पर आई दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 2 अक्टूबर से शुरू हो रही तीन टेस्ट मैचों की सीरीज के लिए चुना गया है। इससे पहले उन्होने वेस्टइंडीज ए के खिलाफ 19 साल की उम्र में दोहरा शतक बनाकर गौतम गम्भीर के रिकॉर्ड को तोड़ा था। गिल इंडिया ए के भी कप्तान हैं और उनकी कप्तानी में अफ्रीका ए को 7 विकेट से हराया है।