प्रभु भक्ति करने वालों को संसार में भटकना नहीं पड़ता : भरत
छावनी की गली नंबर-6 में सात दिवसीय श्रीमद्भागवत कथा करवाई जा रही है
संवाद सूत्र, फिरोजपुर : छावनी की गली नंबर-6 में सात दिवसीय श्रीमद्भागवत कथा करवाई जा रही है। इसके दूसरे दिन वृंदावन से पहुंचे भरत पांडेय महाराज ने भक्त की भगवान के प्रति प्रेम की महिमा का बखान किया। उन्होंने कहा कि भक्त और भगवान के बीच अटूट प्रेम होता है और इस प्यार में कोई लालच नहीं होता।
उन्होंने कहा कि जिस तरह मीरा ने भगवान कृष्ण के लिए विष को पी लिया था और गोपिया भगवान के प्रेम में मगन रहती थी, उसी तरह वर्तमान में अगर कोई इंसान ईश्वर से प्रेम कर ले तो उसे संसार में दर-दर की ठोकर खाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। उन्होंने कहा कि प्रभु की नाम ही भव सागर से मानव को पार लगा सकता है।
मानव को चाहिए कि हरेक सुख-दु:ख की घड़ी में भगवान को याद रखना चाहिए और किसी भी काम पर जाते वक्त यहीं कहना चाहिए कि आओ कन्हैया चलो, तो इंसान पर किसी तरह का संकट नहीं आता। भरत पांडेय ने कहा कि भगवान भक्तों के प्रसाद के नहीं अपितु उनकी भावना के दीवाने होते है और जो भक्त सच्ची श्रद्धा, उत्साह व प्रेम के साथ भगवान की महिमा का गुणगान करत है, वहीं लोग भव सागर से पार हो जाया करते है।
यजमान हेमंत मित्तल व विकास ने बताया कि दूसरे दिन इस संगीतमय कथा में श्रद्धालुओं ने भगवान की मंगल आरती और भजनों पर खूब नृत्य करते हुए प्रभु महिमा का गुणगान किया। इस मौके पर पवन कुमार, संजय गोयल, सुमित, कुलभूषण गर्ग, हरीश गोयल, पालचंद सिगल, कंवर सैन, लाजपत राय बांसल सहित अन्य उपस्थित थे।