आतंकी संगठन आइएस की धमकी के बाद सीमावर्ती रेलवे स्टेशनों की सुरक्षा कड़ी
आतंकी संगठन आइएस की धमकी के बाद फिरोजपुर रेल मंडल के रेलवे स्टेशनों की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। उच्चाधिकारियों ने आरपीएफ को अलर्ट पर रहने को कहा है।
फिरोजपुर [प्रदीप कुमार सिंह]। आतंकी संगठन आइएस (इस्लामिक स्टेट) की ओर से कुछ दिन पहले आरपीएफ पोस्टों को उड़ाने का धमकी भरा पत्र मिलने के बाद रेल डिवीजन फिरोजपुर ने सरहदी जिलों के रेलवे स्टेशनों की आरपीएफ पोस्टों पर सुरक्षा बढ़ा दी है। इसी कड़ी में आरपीएफ अधिकारियों ने शनिवार को फाजिल्का, फिरोजपुर, अमृतसर, पठानकोट, गुरदासपुर व जम्मू-कश्मीर के रेलवे स्टेशनों पर स्थित पोस्टों का निरीक्षण कर सुरक्षा-व्यवस्था का जायजा लिया।
फिरोजपुर रेल मंडल के कुछ स्टेशन तो भारत-पाकिस्तान अंतरराष्ट्रीय सीमा के सात किलोमीटर के दायरे में महज सौ मीटर की दूरी पर हैं जैसे सांबा, कठुआ आदि। इन स्टेशनों के साथ ही 157 किलोमीटर लंबे रेलवे ट्रैक की सुरक्षा बनाए रखना आरपीएफ और जीआरपी के लिए चुनौती से कम नहीं है।
गत वर्ष सरहदी हिस्से के रेलवे ट्रैक दीनानगर में प्लांट किए गए पांच बमों को समय रहते निरस्त कर दिया गया था। इसी तरह से सरहदी स्टेशन फिरोजपुर कैंट से फरवरी 2015 में पांच पाकिस्तानियों में से चार भागने में सफल रहे थे, जिनका आज तक कोई सुराग नहीं लग पाया है। यह घटनाएं बताती हैं कि सरहदी हिस्से के रेलवे स्टेशन व ट्रैक आतंकियों की आसान पहुंच में है।
रेल डिवीजन फिरोजपुर के आरपीएफ के सहायक सुरक्षा आयुक्त संजय कुमार गुप्ता ने बताया कि उन्होंने डिवीजन के सीमांत रेलवे स्टेशनों की आरपीएफ पोस्टों का निरीक्षण कर उन्हें अलर्ट पर रहने को कहा। उन्होंने दावा कि आरपीएफ किसी प्रकार के आंतकी मंसूबे से निपटने के लिए सक्षम है। उन्होंने बताया कि यह पहली बार हुआ है कि किसी आतंकी संगठन ने आरपीएफ को नुकसान पहुंचाने की धमकी दी है।
ये रेलवे स्टेशन हैं सीमा के निकट
फिरोजपुर कैंट, फिरोजपुर सिटी, फाजिल्का, अटारी, गुरदासपुर, पठानकोट, चक्की बैंक, सांबा, कठुआ, पट्टी, हुसैनीवाला, डेरा बाबा नानक।
यह भी पढ़ें: पुलिस की क्रूरता: पूछताछ के नाम पर महिला के प्राइवेट पार्ट पर लगाया करंट