Road Safety शार्टकट को रांग साइड बनी आफत, चालक दे रहे हादसों को दावत
नेशनल हाईवे-5 से लेकर स्टेट हाईवे और यहां तक की शहर की सड़कों पर भी मंजूरशुदा कट की दूरी से बचते हुए वाहन चालन शार्टकट अपना रहे हैं। जान जोखिम में डाल रहे वाहन चालक दूसरों के लिए भी खतरा बन रहे हैं।
जागरण टीम, फिरोजपुर : नेशनल हाईवे-5 से लेकर स्टेट हाईवे और यहां तक की शहर की सड़कों पर भी मंजूरशुदा कट की दूरी से बचते हुए वाहन चालन शार्टकट अपना रहे हैं। जान जोखिम में डाल रहे वाहन चालक दूसरों के लिए भी खतरा बन रहे हैं।
फिरोजपुर से तलवंडी भाई, तलवंडी भाई से जीरा, मक्खू, फाजिल्का रोड पर लंबे सबवे से बचते हुए वाहन चालक रांग साइड और अवैध कटों का इस्तेमाल कर रहे हैं। अपने गंतव्य तक जाने के लिए ग्रामीणों ने नेशनल, स्टेट और स्थानीय रोड पर अवैध कट बनाकर खुद जान जोखिम में तो डाल ही ली है लेकिन प्रशासन और जिम्मेदार अधिकारियों ने भी कोई कार्रवाई न कर हादसों को न्यौता दिया है
फिरोजपुर से फरीदकोट, फाजिल्का, जीरा, मक्खू, नेशनल हाईवे-5 तलवंडी भाई में अवैध कट और रांग साइड की शिकायतें तो आम हैं लेकिन समस्या का निवारण कोई नहीं। सड़कों की सुरक्षा का आडिट करने पर कई खामियां सड़कों पर पाई गईं जो हादसों के लिए जिम्मेदार हैं लेकिन सुरक्षा के दावे केवल कागजों तक सीमित रहते हैं।
नेशनल हाईवे-5 पर चल रही कंस्ट्रक्शन, बोरियां लगा चलाया काम
नेशनल हाईवे-5 पर सड़क चौड़ाकरण का काम चल रहा है लेकिन बिना किसी रिफ्लेक्टर या डायवर्सन साइन बोर्ड के मिट्टी की बोरियां लगाकर सुरक्षा के इंतजाम किए गए हैं। नियमों के विपरीत सड़कों को विभाजित करने वाले इस महत्वपूर्ण चौक के पास भारतीय सिक्योरिटी फोर्स (बीएसएफ) का मुख्यालय है। रोड निर्माण का काम तो जारी है लेकिन कंस्ट्रक्शन के मानकों को पूरा नहीं किया जा रहा।
खुद बनाए रोड कट
बेशक सरकारों ने सड़क निर्माण के लिए कितना भी पैसा खर्च किया हो और लोगों की सुरक्षा के इंतजाम किए हों लेकिन लोग जल्दबाजी और अपनी सुविधा को ध्यान में रख रहे हैं। एक से डेढ़ किलोमीटर की दूरी से बचने के लिए दो पहिया वाहन और खेतीबाड़ी के वाहन रांग साइड का इस्तेमाल कर रहे हैं और दूसरों के लिए खतरा बन रहे हैं।
एक्सपर्ट व्यू
पुष्पिंदर शर्मा, जिला इंचार्ज, ट्रैफिक पुलिस फिरोजपुर
सड़क सुरक्षा को लेकर दैनिक जागरण की मुहिम के साथ चले फिरोजपुर ट्रैफिक पुलिस के जिला इंचार्ज पुष्पिंदर शर्मा ने अवैध कटों, बंद होती ट्रैफिक लाइटों को सड़क हादसों का जिम्मेदार बताया। नेशनल हाईवे से लेकर स्टेट और फिर स्थानीय सड़कों पर बने अवैध कटों को हादसों का कारण बताया। स्टेट रोड पर तीखे कर्व और साइन बोर्ड न होना जान का जोखिम है। फिरोजपुर से अमृतसर जाने वाला रोड महत्वपूर्ण लेकिन खतरे से खाली नहीं। रोपड़ पुली और तीखा मोड़ मेजर ड्रिस्टिक्ट रोड दो ब्लैक स्पाट हैं। नेशनल हाईवे तलवंडी भाई के पास बना अवैध कट जोखिम है।
रेस्ट प्वाइंट नहीं
बेशक कहने को तो पाकिस्तान से सटा हुसैनीवाला पर्यटन के लिहाज से महत्वपूर्ण है लेकिन दिनभर सफर करने वालों के लिए इस जिले के नेशनल हाईवे पर कोई आराम की जगह नहीं। वाहन चालक को नींद आ रही है प्राइवेट ढाबों पर जा सकते हैं लेकिन खतरे से खाली नहीं। सरकारी तौर पर कोई इंतजाम नहीं। नींद आने की वजह से यहां अकसर सड़क हादसे होते रहते हैं। स्टेट हाईवे पर भी दोनों तरफ कोई ऐसा इंतजाम नहीं।