Road Safety: एडीसी बोले- सड़कों की खामियों का होगा रिव्यू, ब्लैक स्पाट कवर करने के साथ अवैध कट बंद करेंगे
सड़कों की कमियों का होगा रिव्यू ब्लैक स्पाट कवर करने के साथ अवैध कट बंद किए जाएंगे। यह जानकारी दैनिक जागरण के सड़क सुरक्षा अभियान के तहत फिरोजपुर के एडीसी सागर सेतिया ने जागरण के प्रतिनिधि से बातचीत करते हुए दी।
जासं, फिरोजपुर : पिछले साल के मुकाबले इस बार सड़क हादसे कुछ कम तो हुए हैं, लेकिन धुंध पड़नी शुरू हो चुकी है, ऐसे में जिला प्रशासन के अधिकारी हादसे रोकने के लिए गंभीरता दिखा रहे हैं। सड़कों की कमियों का होगा रिव्यू, ब्लैक स्पाट कवर करने के साथ अवैध कट बंद किए जाएंगे। यह जानकारी दैनिक जागरण के सड़क सुरक्षा अभियान के तहत फिरोजपुर के एडीसी सागर सेतिया ने जागरण के प्रतिनिधि से बातचीत करते हुए दी। प्रस्तुत हैं उनके साथ हुई सीधी बात के कुछ अंश।
सवाल : सड़क हादसों को रोकने के लिए जिला प्रशासन ने अभी तक क्या प्रयास किए
जवाब : प्रयास तो निरंतर जारी रहते हैं। इस बार हादसे कम हो इसके इंतजाम किए जा रहे हैं। चूंकि फिरोजपुर जिले में सभी अधिकारी अभी नए हैं तो हालात का रिव्यू किया जा रहा है। सड़कों में कहां कमियां है (नेशनल हाइवे और स्टेट हाइवे में) इसकी एक रिव्यू रिपोर्ट तैयार की जा रही है। लोक निर्माण विभाग और पुलिस विभाग के साथ इन मुद्दों पर चर्चा होगी।
सवाल : दैनिक जागरण ने फिरोजपुर जिले की सड़कों का आडिट किया तो सड़कों पर 12 से अधिक ऐसे अवैध कट मिले जहां हादसे हो सकते हैं, क्या अधिकारियों ने रिपोर्ट बनाकर दी ताकि कट भरे जा सके।
जवाब: जैसे की पहले कहा है रिव्यू किया जा रहा है लेकिन जहां पर हालात बेहद गंभीर होंगे तुरंत इंतजाम किए जाएंगे। नेशनल हाइवे पर तेज रफ्तार वाहन हादसों का कारण बनते हैं। अवैध कट जहां भी बने हैं उनको बंद करने की कार्रवाई तो होगी ही, साथ ही लोगों को भी चाहिए ऐसे कट सड़कों पर न बनाएं जिससे किसी की जान जोखिम में आ जाए। कुछ समय बचाने के लिए वे कितनों को जोखिम में डाल देते हैं।
सवाल : सड़क सुरक्षा कमेटी क्यों नहीं बन पाई जबकि सुप्रीम कोर्ट की कमेटी ने राज्य से प्रमुख सचिवों को कमेटियां बनाने को कहा, फिरोजपुर में इसे गंभीरता से नहीं लिया गया।
जवाब: सड़क सुरक्षा कमेटी के गठन को लेकर अभी योजना बनाई जा रही है। इसका प्रारूप (खाका) ऐसा होना चाहिए ताकि भविष्य में फेरबदल की जरूरत न हो। जल्दबाजी में किया काम बेहतर परिणाम नहीं लेकर आता। फिरोजपुर में ऐसा नहीं होगा।
सवाल: हादसे के वक्त मदद करने वालों को कोई आर्थिक सहायता का प्रविधान नहीं ऐसा क्या होना चाहिए जिससे लोग मदद के लिए आगे आए।
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जवाब: हादसाग्रस्त लोगों की मदद करना एक मानवीय प्रयास है। जहां तक जानता हूं पंजाबी किसी को संकट में नहीं देख सकते, मदद के लिए खुद आगे आ जाते हैं। जहां तक उनको आर्थिक सहायता की बात है ये सरकार की तरफ से निर्धारित किया जाता है। पंजाबी तो खुद जरूरतमंदों के लिए फंड खर्च कर देते है।
सवाल : ट्रामा सेंटर बस नाम के है संसाधनों की कमी है फिर भी प्रशासन ने इन्हें अपग्रेड करने के लिए प्रयास नहीं किए क्यों?
जवाब : बात वहीं पर आ जाती है, जिले के सभी अधिकारी नवनियुक्त है। जरूरतों को पूरा करने के लिए पहले क्या प्रयास किए और आगे क्या करने चाहिए इसका रिव्यू चल रहा है। जिला प्रशासन चाहता है कि सड़क हादसे में किसी की मौत न हो, इसके लिए जो करना चाहिए अधिकारी पूरी तनदेही के साथ करेंगे। लेकिन लोगों को भी सहयोग करना होगा।
सवाल : सड़कों की बिगड़ती हालात पर क्या पीडब्ल्यूडी अधिकारियों से रिपोर्ट मांगी। सुधार के क्या प्रयास किए? जवाब : सड़कों की बिगड़ते हालातों पर अभी रिव्यू किया जाएगा क्योंकि ये भी सरकारी बजट पर निर्भर करता है। विभागों का तालमेल जरूरी है। सड़कों के हालात ठीक रहे संबंधित विभाग से बात की जाएगी।