सेना, एनडीआरएफ ने 95 लोगों का किया रेस्क्यू, निहालेवाला गांव खाली करवाया
सतलुज दरिया का पानी तेजी से आसपास के हिस्सों में फैलने लगा है। पानी में फंसे ग्रामीणों को बाहर निकालने के लिए सेना व एनडीआरएफ के जवानों ने 95 लोगों को रेस्क्यू किया।
प्रदीप कुमार सिंह, हुसैनीवाला बार्डर (फिरोजपुर) : सतलुज दरिया का पानी तेजी से आसपास के हिस्सों में फैलने लगा है। पानी में फंसे ग्रामीणों को बाहर निकालने के लिए सेना व एनडीआरएफ के जवानों ने 95 लोगों को रेस्क्यू किया और एक सरहदी गांव निहालेवाला को खाली करवाया गया है। दरिया के बढ़ते जल स्तर को देखते हुए हुसैनीवाला हेड से मंगलवार की शाम 57000 क्यूसिक पानी छोड़ा गया।
नहरी विभाग के अधिकारियों के अनुसार दरिया में पानी का जो आंकड़ा है, वह लो फ्लड वाला है, परंतु जिस प्रकार से गांवों व खेत-खलिहान में पानी फैल रहा है वह बाढ़ की शक्ल वाला है। विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि हरिके हेड से सोमवार को छोड़ा गया डेढ़ लाख क्यूसिक पानी अभी तक हुसैनीवाला हेड नहीं पहुंचा है, जिसे पहुंचने में औसतन 12 घंटे का समय लगता है, परंतु 30 घंटे बाद भी यह पानी हुसैनीवाला हेड नहीं पहुंचा, बल्कि यह पानी मक्खू, जीरा के हिस्सों में फैल रहा, इसका प्रमुख कारण दरिया के प्रवाह मार्ग पर कब्जा किया जाना है, राजनीतिक प्रभाव के चलते लोगों ने पिछले सात महीने महीने पहले हुसैनीवाला हेड के गेटों की जब मरम्मत कार्य के लिए दरिया में पानी हरिके हेड से बंद किया था, तो उस समय दरिया के क्षेत्र ही नहीं बल्कि प्रवाह मार्ग पर कब्जा कर लिया, जिसके कारण ही दरिया का प्रवाह मार्ग प्रभावित हुआ।
दरिया के जलस्तर में बढ़ोत्तरी के कारण मंगलवार शाम पांच बजे तक हुसैनीवाला हेड से पाकिस्तान को 57000 क्यूसिक पानी छोड़ा गया। पाकिस्तान ने बाढ़ जैसी स्थित से बचने के लिए अपने हिस्से में एक बड़ा बांध इन दिनों बना लिया है, जिससे सारा पानी वापस फिरोजपुर जिले के ममदोट ब्लॉक व फाज्लिका में बैक के रूप में वापस आता हुआ दिखाई दे रहा है, हालांकि फाज्लिका से यह पानी एक बार फिर पाकिस्तान की ओर जा रहा है।
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डीसी, एसएसपी व विधायक ने बाढ़ प्रभावित हिस्सों का किया दौरा
सतलुज दरिया में लगातार बढ़ते जल स्तर को देखते हुए जिले के डीसी चंद्र गैंद, एसएसपी विवेक शील व फिरोजपुर शहरी के विधायक परमिदर सिंह पिकी द्वारा दरिया के किनारे स्थित उन गांवों का निरीक्षण किया गया, जिनमें दरिया का पानी भर गया है। डीसी द्वारा इस अवसर पर नहरी विभाग, सिचाई विभाग समेत इस कार्य में लगे विभिन्न विभागों के अधिकारियों को जिला प्रशासन से तालमेल बैठा कर काम करने की सलाह दी गई। लोहियाखांस के पास सतलुज दरिया के बांध टूट जाने से सोमवार की रात्रि फिरोजपुर जिले के मक्खू ब्लॉक के दरिया किनारे गांवों में पानी भरने की सूचना पर मध्य रात्रि डीसी अन्य अधिकारियों के साथ मौका मुआयना व बचाव के लिए पहुंचे, परंतु सूचना पूरी तरह से सही नहीं पाई गई।
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लोगों ने खुद ही संभाला मोर्चा-
मक्खू से लेकर हुसैनीवाला हेड तक दरिया के आसपास के हिस्सों में रहने वाले लोगों ने प्रशासन के दावों के उलट बांधों को मजबूत करने में जुटे दिखाई दिए। मक्खू हिस्से के ग्रामीणों का कहना है कि नहरी विभाग की उपेक्षा को देखते हुए वह लोग खुद ही अपने गांव के पास दस किलोमीटर लंबे कच्चे बांध को मजबूत करने के लिए काम कर रहे है, जहां कहीं भी बांध कमजोर दिखाई दे रहा है, उसे मजबूत किया जा रहा है।
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टापू बना कहलूवाला गांव-
तीन तरफ से दरिया व एक तरफ से भारत-पाकिस्तान अंतरराष्ट्रीय सरहद से घिरा सरहदी गांव कहलूवाला टापू की शक्ल में दिखाई दे रहा है, गांव में आवागमन के लिए किश्ती ही इकलौता साधन है, जो कि दरिया का जलस्तर बढ़ने के कारण आम नाविकों के लिए वह भी संभव होता नहीं दिखाई दे रहा है। मंगलवार को गांव का निरीक्षण भाजपा जिला प्रधान देविदर बजाज व उनकी टीम द्वारा किया गया।