पुरानी पेंशन स्कीम लागू करवाने के लिए गरजे मुलाजिम
2004 के बाद सरकारी नौकरी में भर्ती हुए सरकारी मुलाजिमों की ओर से पिछले लंबे समय से पुरानी पेंशन स्कीम लागू करवाने के लिए लगातार संघर्ष किया जा रहै है।
संवाद सूत्र, फिरोजपुर : 2004 के बाद सरकारी नौकरी में भर्ती हुए सरकारी मुलाजिमों की ओर से पिछले लंबे समय से पुरानी पेंशन स्कीम लागू करवाने के लिए लगातार संघर्ष किया जा रहै है। सोमवार को भी इसी कड़ी के तहत सीपीएफ कर्मचारी यूनियन पंजाब और पुरानी पेंशन संघर्ष बहाल समिति की ओर से संयुक्त तौर पर एनपीएसईयू के झंडे तले जत्थेबंदी के जिला प्रधान जगसीर सिंह भांगर के नेतृत्व डीसी दफ्तर के बाहर पंजाब सरकार की अर्थी फूंकी गई व नारेबाजी की गई।
जसगीर सिंह भांगर जिला प्रधान, सोनू कश्यप महासचिव सीपीएफ कर्मचारी यूनियन, इन्द्रजीत सिंह ढिल्लों सीनियर उप प्रधान, पवन शर्मा खजांची, मनोहर लाल जिला प्रधान पीएसएमएसयू, पिप्पल सिंह सिद्धू जिला महासचिव, अजीत सिंह सोढी जिला प्रधान पेंशनर एसोसिएशन, ओम प्रकाश प्रांतीय उपप्रधान सीपीएफ कर्मचारी यूनियन पंजाब, प्रदीप विनायक जिला खजांची, सोना सिंह फूड सप्लाई, हरमीत सिंह विद्यार्थी जिला प्रधान कानूनगो एसोसिएशन, दीदार सिंह मुद्दकी प्रांतीय अध्यापक नेता, हरदीप सिंह संधू डीटीएफ, सरबजीत सिंह भावड़ा, गुरजीत सिंह सोढी सांझा अध्यापक मंच, किशन चंद जागोवालिया जिला प्रधान पससफ ने कहा कि सरकार जानबूझ कर कर्मचारियों को संघर्ष करने के लिए मजबूर कर रही है। सरकार की गलत नीतियों के कारण आज उन्हें सड़कों पर उतरकर संघर्ष करने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है। विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस ने कर्मचारियों से कई वायदे किए लेकिन सत्ता हासिल करते ही ंमुलाजिम विरोधी चेहरा अपना लिया। नेताओं ने कहा कि यदि जल्द ही सरकार ने जल्द ही कर्मचारियों की मांगों को पूरा नहीं किया तो आने वाले समय में सरकार को इसके गंभीर परिणाम भुगतने होंगे।