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परीक्षा न देने वाला पास, परीक्षा देने वाले फेल

दर्शन ¨सह,फिरोजपुर पंजाब स्किल डेवलपमेंट के अधीन काम करने वाली बैंगलूर की एंट्स कं

By JagranEdited By: Published: Wed, 24 May 2017 03:01 AM (IST)Updated: Wed, 24 May 2017 03:01 AM (IST)
परीक्षा न देने वाला पास, परीक्षा देने वाले फेल
परीक्षा न देने वाला पास, परीक्षा देने वाले फेल

दर्शन ¨सह,फिरोजपुर

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पंजाब स्किल डेवलपमेंट

के अधीन काम करने वाली बैंगलूर की एंट्स कंसल्टिंग एंड प्राइवेट सविर्सेज कंपनी के एक बड़े कारनामे का खुलासा सामने आया है । इस कारनामे में परीक्षा न देने वाले परीक्षार्थियों को पास तो परीक्षा देने वाले परीक्षार्थियों को फेल कर दिया गया। 24-12-2016 के दौरान ली गई परीक्षा में कंपनी का शिकार हुए युवाओं ने रीचे¨कग के लिए एडीसी (विकास ) से शिकायत कर मांग की है। हैरानी वाली बात यह है कि 31 मार्च 2017 के दौरान दी गई शिकायत के बावजूद अभी तक शिकायतकर्ताओं को कोई जवाब नहीं मिल पाया। जवाब न मिलने के चलते शिकायतर्कताओं ने कंपनी अधिकारियों पर कई आरोप लगाए हैं। विभाग के संबंधित अधिकारियों व कंपनी संचालकों पर फर्जी परीक्षार्थियों को बैठाकर पेपर दिलाकर खानापूर्ति करने के आरोप भी लगाए गए हैं। साथ ही किसी मामले में फंसाने की धमकियां भी दी जा रही हैं, अगर शिकायतर्कता अपनी कार्रवाई बंद नहीं करते। लेकिन शिकायत करने वाले प्रमोद कुमार ने संबंधित विभाग से आरटीआइ के तहत जानकारी मांगी है।

परीक्षा के दिन था नोयडा में, कर दिया पास

बस्ती टैंकांवाली के रहने वाले विपन नाथ पुत्र भूपेंद्र नाथ ने कहा कि वह 24 दिसंबर पेपर के दिन परीक्षा देने की बजाए नोयडा गया हुआ था। परीक्षा ले रही कंपनी अधिकारियों व संबंधित विभाग के अधिकारियों ने जिला परिषद में बनाए परीक्षा केंद्र में फर्जी परीक्षार्थी को बैठाकर इस कारनामे को अंजाम दे दिया। यह मेरे अकेले के साथ नहीं, बल्कि कई परीक्षार्थियों के साथ हुआ और सही परीक्षार्थियों की गैरमौजूदगी में पास कर दिया गया। अब कंपनी के मालिक उन्हें सर्टिफिकेट जारी कर रहे है। विपन का कहना कि अब उस पर दबाव डाला जा रहा है कि वह लिखकर दे कि मैं परीक्षा में बैठा था, जबकि मैं उस समय दूसरे राज्य में था। विपन ने कंपनी द्वारा किए गए फर्जीवाड़े की उच्चस्तरीय जांच करने की मांग एडीसी विकास से की है।

जिन्होंने परीक्षा की वह कर रहे है रीचे¨कग की मांग

फिरोजपुर शहर के गुरु राम दास नगर के रहने वाले प्रमोद कुमार पुत्र बलदेव कृष्ण व साहिल गुप्ता निवासी विकास विहार कॉलोनी ने बताया कि पंजाब स्किल डेवलपमेंट का कोर्स पूरा होने के दौरान लिए गए पेपर में जिस तरह उनके साथ कारनामे को अंजाम दिया गया है उससे कंपनी व संबंधित विभाग के अधिकारियों के बड़े कारनामे का खुलासा करता है। क्योंकि राज्य सरकार की तरफ से एंट्स कंसल्टिंग सर्विसेस प्राइवेट लिमिटेड जिसका मालिक राजेश राठौड़ हैं। फिरोजपुर जिला परिषद में रिटेल का कोर्स शुरू करवाया गया और कोर्स पूरा होने के बाद 24 दिसंबर 2016 के दौरान परीक्षा ली गई, लेकिन परिणाम के बारे में पूछने पर जवाब फेल का मिला। उन्होंने कहा कि जिन परीक्षार्थियों की जगह फर्जी लोगों ने पेपर दिए थे उनकी गैरमौजूदगी होने के बावजूद उन्हें पास कर दिया गया। इसी कारनामे की सच्चाई सामने लाने के लिए ही उनकी तरफ से एडीसी को शिकायत कर जांच करवाने की मांग की है, लेकिन डेढ़ माह बीतने को है, पर अभी तक जांच हुई है या नहीं कोई जवाब नहीं मिल रहा।

क्या मांगा गया आरआइटी के तहत

एडीसी विकास विनीत कुमार से शिकायत कर की गई मांग में प्रमोद कुमार ने मांग कि अभी तक उनकी शिकायत पर कार्यवाई अमल में क्यू नही लाई गई साथ ही रिटेल सेल्स के पेपर के दौरान सीसीटीवी कैमरे की फुटेज की रिकार्डिंग दी जाएगी। इसके अलावा परीक्षा के पूरे दिन कितने विद्यार्थी रिटेल सेल्स के पेपर में शामिल हुए की डिटेल की कापी देने की मांग भी की ।

500 एडवांस में लिए, लेकिन नहीं मिली रसीद

प्रमोद का कहना है कि पेपर से पहले संबंधित विभाग की तरफ से पांच सौ रुपये एडवांस में लिए गए थे, लेकिन उसकी रसीद नहीं मिली है। जब भी अधिकारियों से पैसा या रसीद देने की मांग की जाती है तो आगे से धमकियां मिल रही है। किसी केस में फंसाने को कहा जा रहा है।

जांच करवाने के लिए मांगा गया है रिकार्ड एडीसी (विकास) विनीत कुमार से पूछे जाने पर उन्होंने इस बात को स्वीकार किया कि कुछ लोगों ने जांच करवाने की मांग की है । अधिकारी ने बताया कि इसी सिलसिले में उनकी तरफ से जांच के लिए रिकार्ड मांगा गया है और कंपनी अधिकारियों से भी जांच के लिए सबूत मांगे गए है . जल्द ही सच्चाई सामने आ जाएगी । और अगर इस मामले में कोई घोटाला पाया गया तो शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कारर्वाई की जाएगी ।---- बाक्स --------कहीं केंद्र सरकार से न हो रहा हो फर्जीवाड़ा----सूत्रों की माने तो उनका कहना है कि जिस तरह का मामला सामने आ रहा है उससे एक बात सामने आई है कि कहीं पंजाब सरकार के लिए काम कर रही एंट्स कंपनी केंद्र सरकार से पैसा ऐंठने के लिए फर्जीवाड़ा तो नहीं कर गई। क्योंकि केंद्र से तभी कंपनी को पैसा मिल सकता था जब तक कोर्स पूरा करने वाले लोगों की संख्या परीक्षा के दौरान पूरी हो ,लेकिन यह पर जो सच सामने आ रहा है उसके मुताबिक परीक्षा में फर्जी परीक्षार्थियों को बैठाकर काम चलाया गया है। इससे कंपनी व संबंधित विभाग के अधिकारियों की मिलीभगत का भी खुलासा हो रहा है।


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