मरीजों में आशा की ज्योत जगा रही है नवजोत
कोरोना महामारी के मरीज सिविल अस्पताल पहुंचने के बाद अब कोई जल्दी अस्पताल की ओर रुख नहीं कर रहा है।
अश्वनी पाहवा, लुधियाना
कोरोना संक्रमित मरीजों या क्वारंटाइन किए लोगों के स्वास्थ्य लाभ के लिए स्वास्थ्य कर्मी लगातार किसी योद्धा की तरह कोरोना से जंग में जुटे हुए हैं। ऐसी ही एक महिला योद्धा लुधियाना के सिविल अस्पताल में बतौर स्टाफ नर्स तैनात हैं जो दिन-रात मरीजों की सेवा में बिना किसी भय के लगी हैं।
चंडीगढ़ रोड स्थित जमालपुर के इलाके की रहने वाली स्टाफ नर्स नवजोत कौर ने बताया कि वह रोजाना अस्पताल में 8 से 12 घंटे ड्यूटी पर तैनात रहती है। उसके परिवार में बुजुर्ग दादी, माता-पिता, चाचा-चाची, छोटा भाई व एक छोटी बहन हैं। पिता ट्रांसपोर्ट का काम करते हैं जबकि, मां गृहणी हैं। उसका छोटा भाई निजी स्कूल में अध्यापक व बहन वकील है। नवजोत कौर के अनुसार वह परिवार में सबकी लाडली है।
स्टाफ नर्स नवजोत कौर के अनुसार कोरोना के मरीजों की सेवा करने में उसके मन में किसी भी तरह का भय नहीं होता। वह इससे पहले अस्पताल की इमरजेंसी, ट्रॉमा वार्ड व फीमेल वार्ड में भी मरीजों की सेवा कर चुकी हैं। नवजोत ने बताया की वह पिछले एक माह से अस्पताल में बने आइसोलेशन वार्ड में ड्यूटी पर तैनात है। आइसोलेशन वार्ड में ड्यूटी लगने के पश्चात उसके पिता के मन में हर वक्त डर सा बना रहता है, परंतु उसके चाचा व दादी उसे हमेशा घर से निकलते समय निडरता से ड्यूटी के लिए हौंसला अफजाई करते हैं।
जबकि, पिता ने ड्यूटी के दौरान पर्याप्त एहतियात बरतने को कहते हैं। वह रोजाना ड्यूटी के समय पीपीई किट पहनकर ड्यूटी करती है। उसने बताया कि जब उसने नर्सिंग की पढ़ाई के दौरान डर को अपने पेशे से दूर भगा दिया था।
सावधानी बरतें, सुरक्षित रहें
स्टाफ नवजोत कौर ने सभी देशवासियों से अपील की कि सभी देशवासी अपने अपने घरों में रहकर अपने आप को सुरक्षित रखें और पर्याप्त सावधानी बरतें।