बीमारी के इलाज के लिए जो तरीका अपनाया उसने शीर्ष पर पहुंचाया, जानें कामयाबी की रोचक स्टोरी
पंजाब का इस किशाेर खिलाड़ी की कामयाबी स्टोरी बेहद रोचक है। चार साल की उम्र में मोटापे के कारण उसका चलना-फिरना मुश्किल था इलाज के लिए जो तरीका अपनाना उसने शीर्ष पर पहुंचा दिया।
फिरोजपुर, [ प्रदीप कुमार सिंह]। यह किशोर तैराक कभी मोटापे के कारण चलने-फिरने में असमर्थ था। चार साल की उम्र में बेटे के मोटापे व निकलती तोंद व उससे हो रही परेशानी से माता-पिता परेशान थे। फिरोजपुर के डाक्टरों ने उपचार के लिए लुधियाना या फिर चंडीगढ़ ले जाने की सलाह दी, तो वह बेटे के भविष्य को लेकर सहम गए। इसी दौरान स्वीमिंग कोच की सलाह पर बीमारी के इलाज के लिए बेटे को स्विमिंग कराना शुरू किया। इसके बाद तो उसकी जिंदगी ही बदल गई। आज वह देश का उभरता हुआ तैराक है।
हम बात कर रहे हैं अंसव जिंदल के। अंसव के पिता त्रिलाेक जिंदल पेशे से अध्यापक हैं। अंसल करबी चार साल का था तो मोटापे का शिकार था और बढ़ती तोंद के कारण चलना-फिरना भी मुश्किल हो गया था। त्रिलोक जिंदल ने फिरोजपुर में बेटे को फिराेजपुर के कई डॉक्टरों को दिखाया, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ। डॉक्टरों ने उसे चंडीगढ़ और लुधियाना ले जाने को कहा।
चार साल के बच्चे का मोटापा देख डाक्टरों ने दिया जबाव, 10 साल बाद बन गया नेशनल खिलाड़ी
त्रिलाेक जिंदल को इसी बीच स्वीमिंग कोच गगन मांटा ने सलाह दी कि अंसव को स्वीमिंग कराएं इससे फायदा मिला। इसके बाद उन्होंने उपचार के लिए बेटे को स्वीमिंग करवाने का निर्णय लिया। इस निर्णय ने कुछ ही महीनों में बीमार बेटे की जिंदगी ही बदल कर रख दी। वह आज 10 साल बाद स्वीमिंग का नेशनल खिलाड़ी बन गया है। 26 जून से राजकोट में शुरु हो रही जूनियर ओपन नेशनल में अब प्रदेश भर के स्वीमिंग खिलाड़ियों व खेल प्रेमियों की निगाहें अंसव पर टिकी हुई है।
अंसव ने 2018 में प्रदेश में सीनियर वर्ग का 26 साल पुराना रिकार्ड तोड़ा
अंसव जिंदल स्वीमिंग से खेलो इंडिया के लिए चयनित पंजाब का एकलौता खिलाड़ी है। फिरोजपुर के डीसी मॉडल स्कूल में दसवीं कक्षा के छात्र अंसव का चयन खेलो इंडिया में उसके स्कूल नेशनल गेम्स में किए गए बेहतर प्रदर्शन से हुआ है। वर्तमान समय में वह ग्लेन मार्क एकेडमी साई दिल्ली में प्रशिक्षण ले रहा है।
स्वीमिंग खेल से खेलो इंडिया के लिए चुना जाने वाला पंजाब का एकलौता खिलाड़ी
जिला खेल अधिकारी सुनील कुमार के अनुसार अंसव में वह काबलियत है, जिसकी बदौलत वह अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी बनेगा। उन्होंने बताया कि स्वभाव का विनम्र अंसव का ध्यान हमेशा अपने खेल को ऊपर ले जाने की ओर लगा रहता है। इसी का ही परिणाम है कि उसने प्रदेश में स्वीमिंग का सीनियर वर्ग का रिकार्ड तोड़ कर नया रिकार्ड अपने नाम कर लिया है। अंसव को जरूरत थी, बेहतर कोचिंग की। यह उसे अब खेलो इंडिया के तहत मिल रही है। उन्होंने बताया कि खेलो इंडिया में फिरोजपुर जिले से कुल दो खिलाड़ी चुने गए है, जिसमें एक अंसव भी है।
सीनियर स्टेट का 26 साल पुराना रिकार्ड तोड़कर, बनाया नया रिकार्ड
अंसव के पिता त्रिलोक जिंदल व कोच गगन मांटा ने बताया कि 2018 में लुधियाना में खेली गई स्वीमिंग की सीनियर स्टेट का 26 साल पुराना रिकार्ड तोड़कर अंसव जिंदल ने प्रदेश का नया रिकार्ड अपने नाम किया। इस प्रतियोगिता में भाग लेने वाले 14 वर्षीय अंसव ने 26 साल पहले 2.34 मिनट में 200 मीटर बटरफ्लाई में तोड़कर 2.22 मिनट का नया रिकार्ड बनया।
2018 में असंव की उपलब्धियां
- 8 से 10 जून 2018 को जालंधर मेें खेली गई जूनियर ओपन स्टेट स्वीमिंग चैंपियनशिप में अंसव ने 50 मीटर व 200 मीटर बटरफ्लाई में गोल्ड मेडल जीता।
- 8 से 10 जून 2018 को जालंधर मेें खेली गई जूनियर ओपन स्टेट स्वीमिंग चैंपियनशिप में अंसव जिंदल ने 400 मीटर व 800 मीटर फ्री स्टाइल में गोल्ड मेडल जीता।
- सीनियर स्टेट चैंपियनशिप 31 अगस्त से 2 सितंबर 2018 को लुधियाना में खेली गई, जिसमें अंसव जिंदल ने 200 मीटर बटरफ्लाई में गोल्ड मेडल जीतते हुए नया रिकार्ड बनाया।
- 8 से 12 अक्टूबर 2018 में संगरूर में खेली गई स्कूल स्टेट गेम्स के सभी चारों वर्गों में अंसव जिंदल ने गोल्ड मेडल जीते।
- 14 से 19 दिसंबर 2018 को दिल्ली में खेली गई 64वीं स्कूल नेशनल गेम्स में 50 मीटर बटरफ्लाई में गोल्ड, 100 व 200 मीटर बटरफ्लाई में सिल्वर मेडल अंसव ने जीता।
- 25 से 29 जून 2018 तक पुणे में खेली गई जूनियर ओपन नेशनल चैंपियनशिप में 50,100 व 200 मीटर बटरफ्लाई में जिंदल ने हिस्सा लिया।
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