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एमबीए युवक जॉब के आॅफर छोड़ बना सरपंच, गांव को बना दिया शहर सरीखा

पंजाब के फिरोजपुर के भोलूवाला पंचायत के एक युवा ने एमबीए करने के बाद जॉब के आॅफर ठुकरा कर गांव की कमान संभाली। आज उसके मैनेजमेंट के फंडे से गांव तरक्‍की के नई राह तय कर रहा है।

By Sunil Kumar JhaEdited By: Published: Mon, 30 Apr 2018 12:13 PM (IST)Updated: Tue, 01 May 2018 08:39 PM (IST)
एमबीए युवक जॉब के आॅफर छोड़ बना सरपंच, गांव को बना दिया शहर सरीखा
एमबीए युवक जॉब के आॅफर छोड़ बना सरपंच, गांव को बना दिया शहर सरीखा

फिरोजपुर, [संदीप सिंह धामू]। पंजाब के फिरोजपुर के एक गांव के एमबीए सरपंच ने भोलूवाला पंचायत को नशे को ना और विकास को हां कह ऐसा मैनेजमेंट का फंडा दिया कि गांव तरक्की के नए सोपान तय कर रहा है। जिला स्तर व फिर राज्य स्तरीय और नेशनल अवार्डी का तमगा पंचायत को हासिल हो चुका है। युवा सरपंच जगदीप सिंह ने एमबीए करने के बाद जॉब के तमाम आॅफर ठुकराकर गांव की कमान संभाली।

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मैनेजमेंट से बदल दी गांव की सूरत, दिखा रहा तरक्‍की की नई राह

राष्ट्रीय स्तर पर हुए सर्वेक्षण में देश के 115 पिछड़े जिलों में शुमार फिरोजपुर जिले के ब्लॉक घल्लखुर्द की भोलूवाला ग्राम पंचायत युवा सरपंच जगदीप सिंह की विकासोन्मुखी सोच की बदौलत रोल मॉडल साबित हुई है। हाल ही में मध्य प्रदेश के मंडला में आयोजित पंडित दीनदयाल उपाध्याय पंचायत सशक्तीकरण पुरस्कार में ग्राम पंचायत भोलूवाला को नेशनल अवार्ड हासिल हो चुका है।

पाइपों से सिंचित की 945 एकड़ जमीन, उत्पादन बढ़ा

पंचायत ने एक तरफ विकास पर जोर देकर लोगों को शहर जैसी सुविधाएं दीं। नशे के खिलाफ अभियान चलाकर युवा पीढ़ी को भटकने से रोका और सिंचाई सुविधा में इजाफा कर खेती में उत्पादन बढ़ाकर गांव में खुशहाली का रास्ता खोला। भोलूवाला पंचायत इससे पहले 2014 व 15 में लगातार दो वर्ष तक जिला स्तर पर और 2016 में राज्य स्तर पर प्रथम रही है।

ग्राम पंचायत का शानदार भवन।

2013 में गांव का एमबीए पास युवा जगदीप सिंह कई कंपनियों में जॉब का ऑफर ठुकरा कर प्रशासनिक सेवा में जाने के लिए पीसीएस की तैयारी करने के लिए चंडीगढ़ चला गया। पंचायत के चुनाव घोषित हुए तो ग्रामीणों ने किसी उच्च शिक्षित युवा को पंचायत की कमान हाथ में सौंपने की सोच बनाई। इसके बाद जगदीप सिंह को चंडीगढ़ से बुलाया। 24 वर्ष के युवा जगदीप पर विश्वास जताया और इन्हें सर्वसम्मति से गांव का सरपंच बना दिया।

जगदीप सिंह के अनुसार, तब से उन्होंने ग्रामीणों के विश्वास पर खरा उतरने की ठान ली। विकास के साथ-साथ युवा पीढ़ी को नशे के कोढ़ से बचाने को अपनी प्राथमिकता बनाया। सबसे पहले पंचायत में प्रस्ताव पारित कर गांव भोलूवाला से शराब का ठेका हटवाया। इसके बाद ग्रामीणों के सहयोग से गांव में नशा मुक्ति शिविर लगवाए। युवाओं को नशे से दूर रहने के लिए प्रेरित किया।

पानी की कमी हुई दूर, खेती में फायदा : युवा सरपंच

जगदीप सिंह ने पानी की कमी दूर करने का प्रोजेक्ट बनाया। 11 किलोमीटर लंबाई की तीन पाइपलाइन बिछाकर अबोहर ब्रांच सेमनाला नहर से गांव के 945 एकड़ खेतों में पानी पहुंचाया। अतिरिक्त पानी मिलने से पानी की कमी दूर हुई। खेतों में बिजाई ज्यादा होने से किसान वर्ग की आय में इजाफा हुआ।

दो करोड़ के विकास कार्य करवाए, हर घर पेयजल की सुविधा

पिछले पौने पांच वर्षो में गांव में में दो करोड़ रुपये के विकास कार्य हुए हैं। गांव में 225 घर हैं। पहले आधे घरों में ही पेयजल की सुविधा दी गई थी। बाद में सभी घरों में वाटर कनेक्शन देकर साफ पानी उपलब्ध करवाया गया। गांव में में शहर सरीखा शानदार पार्क बनवाया गया। पहले पंचायत भवन न होने की वजह से सरपंच के घर पर ही पंचायत का रिकॉर्ड रखा जाता था। 15 लाख रुपये से आधुनिक पंचायत भवन बनाया गया। गांव व उसके आसपास 3500 से ज्यादा पौधे लगवाए गए।

फिरोजपुर : भोलूवाला की ग्राम पंचायत द्वारा बनवाया गया पंचायत भवन। जागरणकेंद्रीय ग्राम विकास एवं पंचायत मंत्रलय के राष्ट्रीय समारोह में नेशनल अवार्ड के साथ ग्राम पंचायत भोलूवाला के सरपंच जगजीत सिंह व बीडीपीओ घल्लखुर्ध सर्बजीत सिंह।


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