Move to Jagran APP

बिना जांच आनलाइन बन रहे लाइसेंस बन रहे हादसों का कारण

ड्राइविंग लाइसेंस बनाने में लोगों को राहत देने के लिए बनाई गई सरकार की आनलाइन पालिसी भी सड़क हादसों का कारण बन रही है।

By JagranEdited By: Published: Sun, 29 Nov 2020 06:53 AM (IST)Updated: Sun, 29 Nov 2020 06:53 AM (IST)
बिना जांच आनलाइन बन रहे लाइसेंस बन रहे हादसों का कारण
बिना जांच आनलाइन बन रहे लाइसेंस बन रहे हादसों का कारण

दर्शन सिंह, फिरोजपुर : ड्राइविंग लाइसेंस बनाने में लोगों को राहत देने के लिए बनाई गई सरकार की आनलाइन पालिसी भी सड़क हादसों का कारण बन रही है। लìनग लाइसेंस जारी करवाने के लिए आनलाइन अप्लाई करने के बावजूद आसानी से ये सुविधा मिल जाती है और उसके लिए जेब ढीली करनी पड़ती है । आरटीओ कार्यालय में ऐसे लोग भी आम मिल जाते हैं जो पैसे लेकर बिना अप्लाई किए लìनग लाइसेंस बनवा देते हैं। ऐसे में बिना फिजिकल टेस्ट के बनने वाले लाइसेंस सड़कों पर लोगों के लिए खतरा बन जाते हैं।

loksabha election banner

सड़कों पर वाहन दौड़ाने वाले अधिकाश लोग आर्जी लाइसेंस के बिना होते हैं और वे हादसों का शिकार खुद तो होते हैं और दूसरों के लिए भी मौत का कारण बनते हैं ।

दूसरी ओर हेवी लाइसेंस लेने के दौरान ही कुछेक लोगों को अपनी शर्तें व ट्रैफिक नियमों को पूरा करना पड़ता और विभाग की ड्राइविंग टेस्टिंग पाìकग में अपनी ड्राइविंग को दिखाना होता है। लेकिन वे भी मात्र खानापूíत के लिए ही, क्योंकि लाइसेंस हासिल करने वाले व्यक्ति पैसा देकर काम करवा जाते हैं ।

ट्रैफिक विभाग की ओर से सख्ती न करने के कारण दो पहिया वाहन लेकर सड़कों पर चल रहे कम उम्र के वाहन चालक भी हादसों का कारण बनते हैं।

सेमिनार लगाकर विद्याíथयों व ट्रासपोटरों को बताये जाते है नियम ट्रैफिक विभाग के जिला इंचार्ज रवि कुमार ने बताया कि स्कूलों में हर माह 30 से 32 सेमिनार आयोजित कर बच्चों को ट्रैफिक नियमों के बारे जागरूक किया जाता है । इसी तरह ट्रासपोर्ट यूनियन के चालकों को भी जागरूक किया जाता है । बाक्स नियमों का उल्लंघन करने वालों के काटे जाते हैं चालान आरटीओ प्रदीप ढिल्लो ने कहा कि बड़े वाहनों की चैकिंग के दौरान उनके चालान काटे जाते हैं जबकि ट्रैफिक इंचार्ज रवि कुमार कहते है कि हर माह नियमों का पालन न करने वाले चालकों के करीब साढ़े 300 के चालान हर माह काटे जा रहे हैं।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.