लेक्चरर व मेरिटोरियस स्कूल की महिला वार्डन कोरोना पाजिटिव, एक सप्ताह के लिए स्कूल बंद
पाजिटिव रिपोर्ट आने से पहले ही लेक्चरार और वार्डन छुट्टी पर चल रही थी सरकारी सीनियर सैकेंडरी स्कूल गांव हजारा सिंह वाला की 50 वर्षीय इंग्लिश लेक्चरार बुखार के कारण कुछ दिनों से छुट्टी पर चल रही थी।
फिरोजपुर, जेएनएन। सरकारी स्कूल खुलने के दस दिन बाद ही शिक्षा विभाग की दो महिला कर्मी कोरोना पाजिटिव पाई गई हैं। संक्रमितों में हजारा सिंह वाला सीनियर सेकेंडरी स्कूल की इंग्लिश लेक्चरार और दूसरी मेरिटोरियस स्कूल की वार्डन है। रिपोर्ट पाजिटिव आने के बाद शिक्षा विभाग ने स्कूल को एक सप्ताह के लिए बंद कर दिया है। पाजिटिव रिपोर्ट आने से पहले ही लेक्चरार और वार्डन छुट्टी पर चल रही थी सरकारी सीनियर सैकेंडरी स्कूल गांव हजारा सिंह वाला की 50 वर्षीय इंग्लिश लेक्चरार बुखार के कारण कुछ दिनों से छुट्टी पर चल रही थी। स्कूल प्रिंसिपल मनदीप सिंह थिंद ने कहा कि 19 अक्तूबर को स्कूल खुलने के बाद वह चार दिन ही स्कूल आई थी और उसके बाद से ही छुट्टी पर चल रहीं थी।
थिंद ने कहा कि जैसे ही उन्होंने कोरोना टेस्ट करवाया तो रिपोर्ट पाजिटिव आने के बाद विभाग के उच्चाधिकारियों को सूचित करते हुए स्कूल को एक सप्ताह के लिए बंद किया गया है। इस दौरान स्कूल को सैनिटाइज कराया जा रहा है। छुट्टी पर रहने कारण वे दूसरे टीचर्स और स्टूडेंट के संपर्क में नहीं आए। दूसरी तरफ मेरिटोरियस स्कूल की 45 वर्षीय वार्डन बुखार, खांसी और जुखाम होने कारण छुट्टी पर थी। वह लुधियाना की रहने वाली है औरे लुधियाना के सरकारी अस्पताल में सैंपल दिए थे और पिछले चार दिन से छुट्टी पर चल रही थी ।
इससे पहले फाजिल्का के दो सरकारी स्कूलों के अध्यापक भी कोरोना पाजिटिव आ चुके है। अभिभावक एडवोकेट अनुज अश्विनी ने कहा कि सरकार द्वारा बिना किसी प्लानिंग के सरकारी व निजी स्कूल खोलने का फैसला ठीक नही है। उन्होंने कहा कि बेशक निजी स्कूलों की ओर से प्रबंध किए गए हैं, लेकिन सरकारी स्कूलो में निर्देशों मुताबिक प्रबंध न होने से विद्यार्थियों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। स्कूलों को करवाया जा रहा सैनिटाइज जिला शिक्षा अधिकारी कुलविंदर कौर ने कहा कि स्कूलों में कोविड-19 की गाइडलाइन का पूरा ध्यान रखा जा रहा है और जिन स्कूलों में अध्यापकों के कोरोना पाजिटिव पाए गए हैं, उनको बंद करवा सैनिटाइज करवाया जा रहा है।