अब सूरज की गर्मी से चलेगा हुसैनीवाला हेड, नए अंदाज में खुलेंगे गेट और पाक को मिलेगा पानी
फिरोजपुर के हुसैनीवाला वाटर हेड के गेट अब सौर ऊर्जा से खुलेंगे। इसके साथ ही पूरा वाटर हैड सौर ऊर्जा से रोशन भी होगा।
फिरोजपुर, [प्रदीप कुमार सिंह]। भारत के हुसैनीवाला वाटर हेड के गेट अब नए अंदाज और नए सिस्टम से खुलेंगे। अब इन गेटों से पाकिस्तान के लिए पानी नए तरीके से पानी छोड़ा जाएगा। अब हुसैनीवाला हेट के गेट खोलने और बंद करने के लिए सौर ऊर्जा का इस्तेमाल होगा। इससे हेड की बिजली सप्लाई की पर निर्भरता खत्म होगी।
पाकिस्तान को सतलुज का पानी जाने से रोकने के लिए हेड के गेटों की मरम्मत का चल रहा है काम
सौर ऊर्जा संचालित इलेक्ट्रानिक मोटरों की मदद से बारिश के दिनों में सतलुज दरिया में ज्यादा पानी होने पर जरूरत के अनुरूप पाकिस्तान को पानी छोड़ा जाएगा। हेड के अाधुनिकीकरण के तहत अधिकतर गेटों को मैन्युअल व इलेक्ट्रकिल दोनों में तब्दील किया जा रहा है। दो महीने पहले शुरू हुए गेटों की मरम्मत का पचास फीसदी काम पूरा कर लिया गया है।
भारत-पाकिस्तान के मध्य हुए सिंधु जल संधि के अनुसार सतलुज दरिया के पानी पर पूरा अधिकार भारत का है। ऐसे में भारत द्वारा सतलुज दरिया का पानी पाकिस्तान को जाने से रोकने के लिए सरहद के नजदीक बनाए गए हुसैनीवाला हेड के गेटों की मरम्मत का काम किया जा रहा है। इसके लिए धनराशि सरकार द्वारा मुहैया करवा दी गई है।
गेटों की मरम्मत के लिए प्रपोजल जब अधिकारियों की ओर से तैयार किया गया था, तब उसमें गेटों की बिजली सप्लाई के लिए सौर पैनल लगाए जाने की कोई बात नहीं थी। लेकिन, पिछले दिनों हुई बैठक में निर्णय लिया गया कि गेटों को बंद व खोलने के लिए जनरेटर व बिजली सप्लाई पर निर्भरता की जगह सौर ऊर्जा का इस्तेमाल किया जाए। इस फैसले के तहत हेड के गेटों के सभी मोटरों को चलाने के लिए सौर पैनल लगाने का निर्णय लिया गया है।
इसके लिए धनराशि को मंजूरी मिल गई है और यह पैनल जनवरी महीने तक तैयार हो जाने की आशा है। इससे हेड का पूरा हिस्सा भी रोशन होगा। विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि अक्सर देखा जाता था कि बारिश के दिनों में मोटरों को चलाने के लिए लगाया गया जनरेटर काम नहीं करता था। इससे बिजली सप्लाई भी बंद रहने से गेटों को मैन्युअल खोलने व बंद करने में भारी परेशानी आती थी, ऐसे में सौर पैनल लग जाने से यह परेशानी समाप्त हो जाएगी। उन्होंने बताया कि एक और बदलाव के तहत अब हेड के गेट मैनुअल व इलेक्ट्रानिक मोटर दोनों से ही खुल सकेंगे।
मरम्मत में सवा महीने का ज्यादा लगेगा समय
पाकिस्तान को पानी जाने से रोकने के लिए हुसैनीवाला हेड की मरम्मत का काम डेढ़ महीने पहले शुरू हुआ था। मरम्मत का काम दिसंबर के अंत तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया था, लेकिन इसमें अतिरिक्त समय लगने के कारण अब तक मात्र 50 फीसदी ही काम पूरा हो पाया है। ऐसे में शेष रहते काम को पूरा होने में अब भी सवा महीने का समय लगने की बात अधिकारियों की ओर से कही जा रही है।
अब भी पेट भरने को तरसती रहेगी सतलुज
हेड के गेटों की मरम्मत को देखते हुए हरीके हेड से हुसैनीवाला हेड की ओर पानी का बहाव बंद रखा गया है, नाममात्र का पानी जलीय जीवों की सुरक्षा को देखते हुए छोड़ा जा रहा है। इस कारण सतलुज दरिया का कुछ हिस्सा छोड़कर शेष सूखा दिखाई दे रहा है। अब मरम्मत कार्य पूरा होने के बाद ही हरीके हेड से हुसैनीवाला हेड की ओर पूरा पानी छोड़ा जाएगा अौर इसके बाद दरिया का पेट भरेगा।