धुंध की चादर में लिपटा जिला, 5 डिग्री रहा न्यूनतम तापमान
वसंत पंचमी को ऋतु के परिवर्तन के रूप में माना जाता है।
मोहित गिल्होत्रा, फाजिल्का : वसंत पंचमी को ऋतु के परिवर्तन के रूप में माना जाता है। वीरवार को सुबह छाए कोहरे ने फाजिल्का और फिरोजपुर जिलों पर धुंध की चादर बिछा दी। जिस कारण हाईवे पर वाहन रेंगते हुए नजर आए। कोहरे के कारण वीरवार सुबह का न्यूनतम तापमान 5 डिग्री रहा। जिस कारण दुकानदार सुबह दस बजे तक घरों में ही दुबके रहे।
पहाड़ी क्षेत्र में लगातार हो रही बर्फबारी के कारण मौसम विभाग ने 28 व 29 जनवरी को मौसम खराब होने की आशंका जताई थी। जिस पर शहर के लोग यही दुआ कर रहे थे कि वीरवार को वसंत पंचमी पर बारिश ना हो। वीरवार सुबह बारिश तो नहीं हुई लेकिन घने कोहरे ने लोगों को घरों में दुबके रहने को मजबूर कर दिया। फाजिल्का में सुबह 12 बजे तक सड़कों पर धुंध छाई रही। दोपहर करीब 1 बजे धूप खिली तो लोगों ने पतंगबाजी का मजा लिया। वहीं फाजिल्का के विभिन्न बाजारों में दोपहर बाद खिली धूप के चलते लोग सड़कों के किनारे बैठे धूप सेंकते नजर आए।
अध्यापक व स्कूली बच्चे हुए परेशान
धुंध के कारण दूर दराज क्षेत्र में कार्यो पर जाने वाले लोगों को परेशानी उठानी पड़ी। धुंध के कारण अध्यापक व बच्चों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा। सुबह के समय धुंध इतनी गहरी थी कि किसी भी वाहन की स्पीड 20 से ऊपर नहीं हुई। बुजुर्ग व बच्चे जरूरत पड़ने पर निकले बाहर
सिविल सर्जन डॉ. कटारिया ने कहा कि सर्दी में बीमारियों से बचाव के लिए घर में घी, सर्दियों में बनाई जाने वाली गर्म चीजों से परहेज करना चाहिए। इन चीजों में इस्तेमाल होने वाला तेल, घी रिफाइंड आदि हमारी नसों में जम जाता है, जिस कारण कई प्रकार की बीमारियां पैदा होती हैं। इस मौसम में पानी उबाल कर पीना चाहिए। उन्होंने कहा कि सुखी सर्दी के कारण बच्चे, बुजुर्ग बीमारियों की चपेट में आ सकते है। इसलिए बुजुर्ग व बच्चे जरूरत पड़ने पर ही बाहर निकलें।