शादी के पांच दिन बाद इस हाल में मिला दूल्हा, परिजनों की खिसक गई पैरों तले जमीन
बहू शादी के बाद फेरा डालने मायके गई हुई थी। दूल्हे ने उसे लेकर आना था, लेकिन वह नहीं आया। तहकीकात तो अचानक दूल्हे का शव मिला।
जेएनएन, फिरोजपुर। नई बहू के आने से घर में खुशनुमा माहौल था। सबकुछ ठीकठाक चल रहा था। पांच दिन पहले ही बेटे की धूमधाम से शादी हुई थी। बहू शादी के बाद फेरा डालने मायके गई हुई थी। दूल्हे ने उसे लेकर आना था, लेकिन वह नहीं आया। तहकीकात तो अचानक दूल्हे का शव मिला। बताया जा रहा है कि वह नशेड़ी था और उसकी मौत नशे का टीका लगाने से हुई।
21 वर्षीय बूटा सिंह की 19 सितंबर को शादी हुई थी। वह नशे का आदी था। पिता विंदर सिंह ने बताया कि गत सायं बूटा सिंह मोटरसाइकिल लेकर घर से निकला था। उसकी पत्नी मायके में फेरा डालने के लिए गई थी। सुबह उसे वापस लेकर आना था। परिवार बहू को वापस लाने की तैयारी कर रहा था।
बूटा के देर रात तक वापस न आने पर तलाश शुरू की। उसका शव गांव के तरसेम सिंह के घर पर मिला। उनके दो बेटे हैं। बूटा सिंह छोटा बेटा था। परिवार मेहनत-मजदूरी कर परिवार का पालन पोषण करता है। थाना घलखुर्द के प्रभारी हरदेवप्रीत सिंह का कहना है कि विंदर सिंह कि शिकायत पर नशा बेचने वाले तरसेम सिंह और सुखप्रीत सिंह के खिलाफ केस दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया है।
नशा खत्म करने के लिए पुलिस नहीं कर रही कार्रवाई : सरपंच
शहजादी गांव के सरपंच जस सिंह का कहना है कि 15 दिन पहले भी गांव के एक युवक की नशे की ओवरडोज से मौत हो गई थी। बदनामी के डर से उस वक्त कार्रवाई नहीं करवाई गई थी। लोग पुलिस अधिकारियों से नशे की बिक्री रोकने की गुहार लगा चुके हैं।
गांव के अधिकतर युवा हेपेटाइटिस सी से पीड़ित
गांव शहजादी नशा बेचने व करने वालों के लिए बदनाम है। चार साल पहले इस गांव के अधिकतर युवाओं में हेपेटाइटिस-सी के लक्षण पाए गए थे। गुरुद्वारा साहिब से अनाउंसमेंट करवाकर युवकों को इससे बचने के इंजेक्शन लगवाए गए थे। गौरतलब है कि जिले में पांच महीने में 22 युवकों की मौत नशे की ओवरडोज से हुई है।