पंजाब पुलिस का गौरवशाली और बलिदानों से भरा इतिहास
फिरोजपुर : पुलिस शहीदी दिवस पर जिला स्तरीय समागम पुलिस लाइन फिरोजपुर में हुआ। इसमें पुलिस, सिविल प्रशासन, न्यायपालिका के अधिकारी व शहीदों के वारिसों ने शहीदों को श्रद्धांजलि दी। समागम में आइजी मुख¨वदर ¨सह छीना, एसएसपी प्रीतम ¨सह, अतिरिक्त जिला व सेशन जज एसके अग्रवाल मुख्य रूप से शामिल रहे।
जागरण संवाददाता, फिरोजपुर : पुलिस शहीदी दिवस पर जिला स्तरीय समागम पुलिस लाइन फिरोजपुर में हुआ। इसमें पुलिस, सिविल प्रशासन, न्यायपालिका के अधिकारी व शहीदों के वारिसों ने शहीदों को श्रद्धांजलि दी। समागम में आइजी मुख¨वदर ¨सह छीना, एसएसपी प्रीतम ¨सह, अतिरिक्त जिला व सेशन जज एसके अग्रवाल मुख्य रूप से शामिल रहे। आइजी छीना ने कहा कि 21 अक्टूबर 1959 को लेह-लद्दाख में चीनियों के विरुद्ध लड़ाई के दौरान दस पुलिस जवान शहीद हो गए थे। अन्य अधिकारियों व कर्मियों की ड्यूटी के दौरान हुई शहादत को याद करने के लिए 1960 से यह पुलिस शहीदी दिवस 21 अक्टूबर को मनाया जा रहा है। पंजाब पुलिस के अब तक कुल 1784 अधिकारी व कर्मी ड्यूटी के दौरान शहीद हुए हैं, इनमें फिरोजपुर जिले के 44 शहीद शामिल हैं।
शहरी विधायक पर¨मदर ¨सह ¨पकी ने कहा कि पुलिस ने हमेशा ही देश की एकता और अखंडता बरकरार रखने के लिए बड़ी कुर्बानियां दी हैं। एसएसपी प्रीतम ¨सह ने कहा कि पंजाब पुलिस का गौरवशाली और बलिदानों से भरा हुआ इतिहास है। पंजाब पुलिस ने देश की एकता, अखंडता और भाईचारक सांझ बरकरार रखने और देश में अमन-शांति बनाए रखने के लिए कुर्बानियां दी हैं, जिन्हें भुलाया नहीं जा सकता है। उन्होंने पुलिस कर्मचारियों से अपील की कि वे हर महीने अपने फंड में से दस रुपये कटौती करके सेवा भलाई के काम में योगदान डाले, जिससे शहीदों के परिवारों की सेहत और बच्चों की पढ़ाई सहित अन्य सहूलियतें असानी से मुहैया करवाई जा सकें।
जिला सेशन जज एसके अग्रवाल ने शहीदों को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि इन्हीं पुलिसकर्मियों की बहादुरी व शहादत के कारण पंजाब को आंतकवाद के दौर से छुटकारा मिला। उन्होंने कहा कि शहीदी परिवारों के ज्युडिशियरी संबंधी काम करने के लिए वह हमेशा तत्पर रहेंगे।
डीएसपी जीरा न¨रदर ¨सह के नेतृत्व में पुलिस जवानों ने सलामी दी। सभी अधिकारियों व मेहमानों ने दो मिनट का मौन रख शहीदों को श्रद्धांजलि दी। वरदान वेलफेयर सोसायटी के सहयोग से फ्री सुगर चेकअप कैंप भी लगाया गया। समागम में 52 शहीद पुलिस कर्मियों के परिवारों को सम्मानित किया गया। शहीद एएसआइ बिसू राम, एएसआई नच्छत्तर ¨सह, कांस्टेबल निर्मल ¨सह, एसआई गुरपाल ¨सह, हेड कांस्टेबल सुबेग ¨सह, एसआई भू¨पदर ¨सह, हेड कांस्टेबल मो¨हदर ¨सह, हेड कांस्टेबल अमरीक ¨सह, एएसआइ गुरचरण ¨सह, कांस्टेबल सधू ¨सह, हेड कांस्टेबल मुख्तियार ¨सह, हेड कांस्टेबल हरभजन ¨सह, डीएसपी गोपाल ¨सह आदि के परिवारों को आईजी छीना, एसएसपी प्रीतम ¨सह ने सम्मानित किया गया। समागम में डीएसपी लखबीर ¨सह, डीएसपी जसवीर ¨सह, रिटायर्ड डीएसपी जसपाल ¨सह समेत बड़ी संख्या में सिविल, होमगार्ड्स व शहीदों के परिवार और पुलिस अधिकारी मौजूद रहे।