डेंगू के डंक से गंभीर नहीं सरकारी विभाग, चार में मिला लारवा
फिरोजपुर : इस बार मच्छर जनित बीमारियों का प्रकोप बढ़ने से रोकने के लिए सेहत विभाग व नगर कौंसिल अपने स्तर पर प्रयास कर रहे हैं, लेकिन दोनों विभागों के प्रयासों को तभी सफलता मिल सकती है जब लोग भी सहयोग करें।
प्रदीप कुमार ¨सह, फिरोजपुर : इस बार मच्छर जनित बीमारियों का प्रकोप बढ़ने से रोकने के लिए सेहत विभाग व नगर कौंसिल अपने स्तर पर प्रयास कर रहे हैं, लेकिन दोनों विभागों के प्रयासों को तभी सफलता मिल सकती है जब लोग भी सहयोग करें।
बावजूद इसके सरकारी विभाग गंभीर नहीं हैं। इस बार चार सरकारी विभागों के दफ्तरों (बीडीपीओ दफ्तर, पंजाब रोडवेज, वॉटर सीवरेज सप्लाई बोर्ड व गर्ममेंट ब्याज स्कूल फिरोजपुर शहर) में डेंगू का लारवा पाया गया है। इस साल अब तक डेंगू का लारवा मिलने पर कुल 14 लोगों के चलान काटे गए हैं। हालांकि नगर कौंसिल की ओर से शहर में की गई साफ-सफाई का असर इस बार मच्छर जनित बीमारियों का प्रकोप न होने के रूप में दिखाई दे रहा है। बीते साल इस समय तक डेंगू से शहर में स्थिति बेहद खराब हो गई थी, जिसे देखते हुए इस बार जिला प्रशासन की निगरानी में कौंसिल व सेहत विभाग की टीम बेहतर काम कर रही है, जिससे बीमारी का प्रकोप कम दिखाई दे रहा है। इस साल अभी तक एक भी डेंगू का शहर में मामला अधिकारिक रूप से सामने नहीं आया है। जबकि पिछले साल पूरे जिले में 510 मामले डेंगू के होने की पुष्टि हुई थी।
म्यूनिसिपल एक्ट के तहत ये हैं प्रावधान :
म्यूनिसिपल एक्ट 1911 की धारा 211 एंड 219 के तहत जुर्माने का प्रावधान है, मच्छर जनित बीमारियों के फैलाने की बात पुष्टि होने पर प्राइवेट व्यक्ति के लिए 500 रुपये का प्रावधान है जबकि सरकारी प्रतिष्ठान के लिए 11 हजार रूपये का प्रावधान है। हालांकि सरकारी प्रतिष्ठान द्वारा ईओ को एफिडेविट देकर पहली बार माफी की मांग की जा सकती है, जिस पर ईओ अपने विवेक के आधार पर निर्णय ले सकता है। इस सत्र में कुल 14 लोगों के चलान काटे गए है, जिनमें से दस प्राइवेट है, जिन्होंने अपने पांच सौ रूपए के चलान भुगत लिए है जबकि चार सरकारी प्रतिष्ठानों द्वारा अभी तक चलान नहीं भुगता गया है हालांकि दो सरकारी प्रतिष्ठानों द्वारा ईओ को एफिडेविड दिया गया है।
गत वर्ष की अपेक्षा है राहत
गत वर्ष फिरोजपुर शहर में डेंगू के सौ से अधिक मामले प्रकाश में आए थे, सेहत विभाग के साथ मिलकर नगर कौंसिल द्वारा शहर में जागरुकता अभियान चलाए जाने के साथ ही डेंगू के लार्वा भी चेक किए थे, डेंगू का लारवा पाए जाने पर 112 लोगों के चलान कौंसिल की ओर से काटे गए थे। इनमें सात सरकारी प्रतिष्ठान भी थे।
फ्राईडे को सरकार ने घोषित किया है ड्राईडे
डेंगू, मलेरिया व अन्य मच्छर जनित बीमारियों का प्रकोप बढ़ने से रोकने के लिए प्रदेश सरकार द्वारा सरकारी दफ्तरों व घरों के अंदर कूलर व फ्रिज की सफाई के लिए प्रत्येक फ्राईडे को ड्राई डे के रूप में घोषित किया गया है। इस दिन सभी सरकारी विभागों के कर्मियों को अपने कूलरों की सफाई के साथ ही पानी अनिवार्य रूप से बदलना ताकि मच्छर उसमें उत्पन्न न हो सके।
छतों पर रखे बर्तनों में जमा न होने दें पानी
नगर कौंसिल प्रधान अश्वनी ग्रोवर, ईओ चरणजीत ¨सह व सेनेटरी इंस्पेक्टर सुखपाल ¨सह ने शहरवासियों से अपील की है कि छतों के ऊपर खाली गमलों, टायर व अन्य वस्तुओं में पानी न जमा होने दिया जाए। अपने घरों के आसपास सफाई रखे, मच्छर जनित बीमारियों से बचने के लिए मच्छरदानी का प्रयोग करे।
मच्छरों के काटने से होने वाली बीमारियां
मच्छरों द्वारा प्रसारित बैक्टीरिया, वायरस या परजीवी के कारण होने वाली बीमारियों को मच्छर जनित बीमारियां कहते हैं। इनसे मलेरिया, डेंगू, वेस्ट नाइल वायरस, चिकनगुनिया, पीला बुखार, जापानी एन्सेफलाइटिस, जिका बुखार अथवा वायरस के अलावा ऐसे कई रोग, जिनकी गिनती नहीं कि जा सकती है। यह बीमारियां ज्यादातर एक संक्रमित मच्छर के काटने से होती हैं।
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कोस्ट
सिविल सर्जन डॉ. गुरमिंदर ¨सह ने कहा कि मच्छर जनित बीमारियों को फैलने से रोका जा सकता है। इसके लिए जरूरत है लोगों में जागरुकता। डेंगू का लारवा पाए जाने पर लोगों को नगर कौंसिल की ओर से 500 रुपये व सरकारी विभागों में डेंगू का लारवा मिलने पर 11 हजार रुपये जुर्माने का प्रावधान है।
कोस्ट
सेनेटरी इंस्पेक्टर सुखपाल ¨सह ने बताया कि लोगों को मच्छर जनित बीमारियों से बचाने के लिए कौंसिल द्वारा प्रयासों के साथ लोगों को जागरूक किया जा रहा है, जागरुकता के लिए पंफ्लेट बांटे जा रहे है, जबकि प्रयासों के तहत फॉ¨गग, सफाई व जमा हुए पानी में तेल का छिड़काव किया जा रहा है।