कुएं की ईटे निकलाते वक्त गिरा था मिट्टी का तोंदा
फिरोजपुर : थाना लक्खोंके बहिराम के अंतर्गत पड़ते गांव शरीहवाला में शनिवार को कुएं की ईंटें निकालते समय हुए हादसे में तीन लोगों की मौत हो गई। पांच घंटे तक स्थानीय लोगों के साथ 29 बटालियन बीएसएफ जवानों की ओर से किए गए रेस्क्यू ऑपरेशन में कुएं में गिरे पांचों लोगों को घायल अवस्था में बाहर निकाल लिया गया था, रात पौने नौ बजे के करीब कुंए से बाहर निकाले गए सिमरनजीत ¨सह व संजीव कुमार की अस्पताल ले जाते समय मौत हो गई, जबकि इससे पहले सेवक ¨सह की अस्पताल में मौत हो चुकी थी।
जागरण संवाददाता, फिरोजपुर : थाना लक्खोंके बहिराम के अंतर्गत पड़ते गांव शरीहवाला में शनिवार को कुएं की ईंटें निकालते समय हुए हादसे में तीन लोगों की मौत हो गई। पांच घंटे तक स्थानीय लोगों के साथ 29 बटालियन बीएसएफ जवानों की ओर से किए गए रेस्क्यू ऑपरेशन में कुएं में गिरे पांचों लोगों को घायल अवस्था में बाहर निकाल लिया गया था, रात पौने नौ बजे के करीब कुंए से बाहर निकाले गए सिमरनजीत ¨सह व संजीव कुमार की अस्पताल ले जाते समय मौत हो गई, जबकि इससे पहले सेवक ¨सह की अस्पताल में मौत हो चुकी थी।
लक्खोंके बहिराम थाना प्रभारी अशोक कुमार ने बताया कि गांव शरीहवाला निवासी जसवीर ¨सह के ट्यूबवेल के कुएं में लगी ईटें निकालने का काम गांव का सिमरजीत ¨सह कर रहा था। इसी बीच ऊपर से मिट्टी का एक ढेर उसके ऊपर गिर गया। वह उसके नीचे दब गया, सिमरजीत ¨सह को बचाने के लिए चार युवक कुंए में नीचे उतरे। कड़ी मशक्कत के बाद अभी वे लोग सिमरजीत को बाहर निकाल पाते कि उनके ऊपर भी मिट्टी गिर गई और वे सभी उसके नीचे दब गए। इसके बाद दो लोगों को बाहर निकाल लिया गया। इसी बीच प्रशासन की मांग पर बीएसएफ जवानों ने जेसीबी मशीन से बचाव कार्य शुरू किया और रात पौने नौ बजे सभी युवकों को बाहर निकाल लिया, जिन्हें उपचार के लिए फिरोजपुर सिविल अस्पताल भेजा गया, अस्पताल ले जाते समय रास्ते में सिमरनजीत ¨सह व संजीव कुमार की मौत हो गई, जबकि सेवक ¨सह की उपचार के दौरान मौत हो गई।
बेटे के दुबई से लौटने पर होगा, सेवक का अंतिम संस्कार
थाना प्रभारी ने बताया कि 22 वर्षीय सिमरनजीत ¨सह व 23 वर्षीय संजीव कुमार के शवों का पोस्टमार्टम करवाकर अंतिम संस्कार के लिए परिजनों को सौंप दिया गया, जबकि 50 वर्षीय सेवक ¨सह का बेटा दुबई में रहता है। बेटे के दुबई से लौटने पर सेवक का पोस्टमार्टम करवाया जाएगा।
आर्थिक सहायता के लिए लिखेंगे सरकार को पत्र : डीसी
डीसी रामवीर ने घटना पर दु:ख व्यक्त करते हुए कहा कि हादसे में, जो लोग मौत का शिकार हुए हैं, उन्हें मुख्यमंत्री राहत कोष से आर्थिक सहायता के लिए वह पत्र लिखेंगे।