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विधायक जीरा की बहाली के संकेत पर तेज हुई विरोधियों की हार्टबीट

फिरोजपुर : शुक्रवार की शाम एमएलए कुलबीर ¨सह जीरा को कांग्रेस पार्टी द्वारा बहाल किए जाने के मिले संकेतों को देख विरोधियों की धड़कनें थम सी गई हैं। कांग्रेस पार्टी द्वारा बुधवार की दोपहर एमएलए जीरा पर अनुशासनात्मक कार्यवाई करते हुए उन्हें पार्टी से निलंबित कर दिया गया था, परंतु शुक्रवार की सुबह से लेकर शाम तक जिस तरह से चंडीगढ़ में घटनाक्रम बदले, उससे जीरा को पार्टी द्वारा जल्द बहाल किए जाने के संकेत साफ रूप से दिखाई पड़े।

By JagranEdited By: Published: Sat, 19 Jan 2019 10:55 PM (IST)Updated: Sat, 19 Jan 2019 10:55 PM (IST)
विधायक जीरा की बहाली के संकेत पर तेज हुई विरोधियों की हार्टबीट
विधायक जीरा की बहाली के संकेत पर तेज हुई विरोधियों की हार्टबीट

जागरण संवाददाता, फिरोजपुर : शुक्रवार की शाम एमएलए कुलबीर ¨सह जीरा को कांग्रेस पार्टी द्वारा बहाल किए जाने के मिले संकेतों को देख विरोधियों की धड़कनें थम सी गई हैं। कांग्रेस पार्टी द्वारा बुधवार की दोपहर एमएलए जीरा पर अनुशासनात्मक कार्यवाई करते हुए उन्हें पार्टी से निलंबित कर दिया गया था, परंतु शुक्रवार की सुबह से लेकर शाम तक जिस तरह से चंडीगढ़ में घटनाक्रम बदले, उससे जीरा को पार्टी द्वारा जल्द बहाल किए जाने के संकेत साफ रूप से दिखाई पड़े। शनिवार को चंडीगढ़ में मालवा के विधायकों के साथ मुख्यमंत्री कैप्टन अम¨रदर ¨सह की हुई बैठक से एमएलए जीरा तो बाहर रहे, लेकिन बताया जा रहा है कि वह अलग से मुख्यमंत्री से मिलकर अपनी मांगे व समस्याओं से मुख्यमंत्री को अवगत करवाया।

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बुधवार को जीरा को पार्टी से निलंबित किए जाने के बाद वीरवार व शुक्रवार को जीरा के विरोध में तीन प्रेस कांफ्रेंस हुई और सभी प्रेस कांफ्रेंसों में जीरा के विरूद्ध सबूत दिखाकर सख्त कार्रवाई की मांग गई। शुक्रवार को जीरा की पार्टी द्वारा बहाली के दिए गए संकेतों को देखते हुए शनिवार को किसी के द्वारा प्रेस कांफ्रेंस नहीं की गई। हालांकि एमएलए जीरा की बहाली को लेकर प्रदेश कांग्रेस कमेटी सुनील कुमार जाखड़ द्वारा कहा जा चुका है, इस पर अभी अंतिम फैसला होना बाकी है, फिर भी जिस प्रकार से पिछले दो दिनों से एमएलए कुलबीर ¨सह जीरा पार्टी की प्रदेश प्रभारी, प्रदेश प्रधान व मुख्यमंत्री से अलग-अलग लोगों के साथ मिल रहे है उससे यह साफ हो रहा है कि जीरा के प्रति जो वरिष्ठ नेताओं में अनुशासनहीनता को लेकर जो आक्रोश था, वह कम हुआ है।

सूत्रों के मुताबिक पार्टी द्वारा एमएलए जीरा को भले ही जल्द बहाल कर दिया था, लेकिन पार्टी में अब पहले वाली स्थित जीरा की नहीं होगी। जीरा के समकक्ष पार्टी विधानसभा हलके में दूसरे धड़े के लोगों को भी अब पॉवर देगी, क्योंकि अब पार्टी बैलेंस बनाकर चलना चाह रही है ताकि आने वाले लोकसभा चुनाव में पार्टी को जीरा के कारण कोई नुकसान न उठाना पड़े।


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