संघर्ष समिति ने खेलमंत्री के घर के आगे दिया धरना
स्वामीनाथन रिपोर्ट लागू करने व किसानों को कर्ज देने के नाम पर बैंको द्वारा किसानों के लिए गए खाली चेक वापस दिलवाने की मांग को लेकर बीते दिनों उपायुक्त को सौंपे गए मांगपत्र के बाद पूर्व घोषित कार्यक्रम के तहत शुक्रवार से शुरु हुआ किसान-मजदूर संघर्ष समिति का जेल भरो आंदोलन दूसरे दिन शनिवार को भी जारी रहा।
जागरण संवाददाता, फिरोजपुर : स्वामीनाथन रिपोर्ट लागू करने व किसानों को कर्ज देने के नाम पर बैंकों द्वारा किसानों के लिए गए खाली चेक वापस दिलवाने की मांग को लेकर बीते दिनों उपायुक्त को सौंपे गए मांगपत्र के बाद पूर्व घोषित कार्यक्रम के तहत शुक्रवार से शुरू हुआ किसान-मजदूर संघर्ष समिति का जेल भरो आंदोलन दूसरे दिन शनिवार को भी जारी रहा। समिति के नेताओं ने सदस्यों के साथ शनिवार को फिरोजपुर कैंट स्थित खेलमंत्री राणा सोढ़ी के घर के आगे धरना दिया और इस दौरान समिति के 51 सदस्यों ने स्वयं को जेल भरो आंदोलन के तहत गिरफ्तार किए जाने के लिए पुलिस समाने प्रस्तुत किया।
किसानों की मांगें-किसान मजदूरों के पूरे कर्जे समाप्त किए जाए, डॉ स्वामी नाथन रिपोर्ट लागू की जाए, बैंकों और आढ़तियों द्वारा लिए गए खाली चेकों को किसानों को वापिस लौटाया जाए, जिन किसानों को इन चेकों और प्रनोटो पर नोटिस भेजे गए है वह जल्द रद्द किए जाए, भारत की सरहदों के पार जमीन वाले किसानों को तुरंत मुआवजा दिया जाए। धरने को संबोधित करते प्रदेशाध्यक्ष सतनाम सिंह पन्नू और जिलाध्यक्ष सुखदेव सिंह ने बताया कि पिछले लंबे समय से पंजाब सरकार और केंद्र सरकार द्वारा किसानों के साथ सौतेली मां जैसा सलूक किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि पंजाब सरकार किसानों की मांगो को लेकर टाल-मटोल की नीति अपना रही है क्योंकि कई बार पंजाब सरकार के आला अधिकारियों के साथ बैठक की गई और हर बार बैठक में यह कह कर टाल दिया जाता है कि जल्द ही उनकी मांगों को हल कर दिया जाएगा।
सतनाम पन्नू ने कहा कि यदि प्रदेश व केन्द्र सरकार द्वारा उनकी मांगों पर विचार नहीं किया जाता है, तो वह लोग 31 मार्च को सड़क व रेल मार्ग बाधित कर देगें, जिसकी जिम्मेदारी सरकारों की होगी।