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आका के दरबार में भी नहीं बनी बात, सबको मिलकर चुनाव जीताने का फरमान

फिरोजपुर : जिला परिषद, ब्लॉक समिति चुनाव में अपना पिछला रिकार्ड दोहरा पाना भाजपा के लिए प्रतिष्ठा की बात बन गई है। पार्टी प्रदेश आलाकमान विधानसभा चुनाव से सीख लेते हुए हर हाल में इस चुनाव में अपनी बेहतर स्थित देखना चाह रहा है, जिसके लिए वह प्रत्याशियों के चयन से लेकर दूसरी समीकरण बैठाने के लिए एंडी-चोटी का जोर लगा रही है।

By JagranEdited By: Published: Tue, 04 Sep 2018 10:11 PM (IST)Updated: Tue, 04 Sep 2018 10:11 PM (IST)
आका के दरबार में भी नहीं बनी बात, सबको मिलकर चुनाव जीताने का फरमान
आका के दरबार में भी नहीं बनी बात, सबको मिलकर चुनाव जीताने का फरमान

प्रदीप कुमार ¨सह, फिरोजपुर : जिला परिषद, ब्लॉक समिति चुनाव में अपना पिछला रिकार्ड दोहरा पाना भाजपा के लिए प्रतिष्ठा की बात बन गई है। पार्टी प्रदेश आलाकमान विधानसभा चुनाव से सीख लेते हुए हर हाल में इस चुनाव में अपनी बेहतर स्थित देखना चाह रहा है, जिसके लिए वह प्रत्याशियों के चयन से लेकर दूसरी समीकरण बैठाने के लिए एंडी-चोटी का जोर लगा रही है। ऐसी स्थित में फिरोजपुर में नेताओं की धड़ेबंदी और चुनाव के दौरान उनके फिरोजपुर शहर से दूरी बनाए जाने की खबरों का संज्ञान लेते हुए मंगलवार को चंडीगढ़ में पार्टी प्रदेश प्रधान श्वेत मलिक द्वारा बुलाई गई बैठक में कोई सार्थक परिणाम न निकलने पर, मलिक द्वारा सभी नेताओं को मिलकर चुनाव जीताने का फरमान सुनाया गया है।

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चंडीगढ़ में दोपहर के समय बुलाई गई बैठक में भाजपा कार्यकारिणी सदस्य कमल शर्मा, पूर्व सीपीएस सुखपाल ¨सह नन्नू व भाजपा जिला प्रधान दे¨वदर बजाज पहुंचे, जबकि किन्हीं कारणों से जिला योजना बोर्ड के चेयरमैन रहे डीपी चन्दन अनुपस्थित रहे। सूत्रों के अनुसार श्वेत मलिक ने सभी नेताओं से फिरोजपुर से चुनाव के दौरान दूरी बनाए जाने के बारे में पूछा तो सभी ने अपने अलग-अलग तर्क दिए, इस दौरान प्रधान की ओर से कमल शर्मा व सुखपाल ¨सह नन्नू को चुनाव में सक्रियता से भाग लेने की बात कहीं गई, जिस पर नन्नू द्वारा अपना दर्द बयां करते हुए कहा गया कि पिछले पांच सालों में उनसे पंचायतों को ग्रांट बंटने के दौरान एक बार भी न तो राय-मशविरा किया गया, और न उन्हें किसी कार्यक्रम में बुलाया गया, ऐसे में वह किस मुंह से लोगों से पार्टी के लिए बात करे, जिन्होंने ग्रांटे बांटी है, या जिनके इशारों पर ग्रांटे बांटी गई है, वह अब चुनाव के समय काम करें, और करवाए। नन्नू के तीखे जबावों से दूसरे नेता असहज हो गए, इस बीच श्वेत मलिक द्वारा कहा गया कि यह चुनाव किसी व्यक्ति विशेष का न होकर पार्टी का है, ऐसे में सभी लोग मिलकर प्रत्याशियों को चुनाव जिताए, उन्होंने नन्नू को कहा कि आप 25 साल से फिरोजपुर में सक्रिय है, पार्टी को आपकी जरूरत है, जिसके बाद नन्नू ने कहा जो पार्टी का आदेश होगा वह तैयार है। बैठक में कमल शर्मा ने अपनी सेहत का हवाला दिया और दे¨वदर बजाज ने भी अपने-अपने पक्ष रखे।

दे¨वदर बजाज ने कहा कि पार्टी प्रधान ने सभी नेताओं को एकजुट होकर प्रत्याशियों को चुनाव जीतने का आदेश दिया है, पार्टी एकजुट है, सभी लोग प्रत्याशियों को चुनाव जीताएंगे। उन्होंने कहा कि भाजपा राष्ट्रीय पार्टी है, प्रत्याशियों को किसी से डरने की जरूरत नहीं है, प्रत्याशियों की जीत जरूर होगी, पार्टी फिरोजपुर की दो जिला परिषद व फिरोजपुर ब्लॉक समिति की सभी सीटों पर चुनाव लड़ेगी।

चुनाव छोड़ बुधवार को अमेरिका रवाना हो रहे है कमल शर्मा-

भाजपा नेता कमल शर्मा ने बताया कि 1893 में स्वामी विवेकानंद द्वारा अमेरिका के शिकागों शहर में अपना एतिहासिक भाषण दिया गया था, जिसकी याद में 7 से 9 सितंबर तक शिकागों में कार्यक्रम हो रहा है, जिसमें भाग लेने के लिए वह जा रहे है, उक्त कार्यक्रम में भारत के उप राष्ट्रपति समेत बड़ी संख्या में गणमान्य लोग जा रहे है। जिप, ब्लॉक समिति चुनाव के दौरान उनके बाहर जाने पर पूछे गए सवाल पर उन्होंने कहा कि पार्टी इकाई चुनाव में पूरी तरह से सक्रिय है, उनका कार्यक्रम पहले से ही तय था, और उनका कार्यक्रम में जाना जरूरी था, चुनाव की तिथियों की घोषणा बाद में हुई।

नामाकंन के लिए होगा घमासान, भाजपा ने नहीं ली सीख

जिप, ब्लॉक समितियों के लिए नामाकंन प्राक्रिया 4 से 7 सितंबर तक है, कांग्रेस व भाजपा द्वारा अभी तक अपने उम्मीदवारों की घोषणा नहीं की गई है, ऐसे में दोनों दलों द्वारा बुधवार की शाम प्रत्याशियों की सूची जारी करने का दावा किया जा रहा है, जिसके बाद प्रत्याशियों को नामाकंन पत्र भरने के लिए तैयारियों का समय 36 घंटे का ही मिलेगा, ऐसे में एनओसी हासिल करने के साथ दूसरी औपचारिकताएं पूरी करना प्रत्याशियों के लिए आसान काम नहीं होगा। इसी साल मक्खू, जीरा व तलवंडी भाई में हुए नगर कौंसिल चुनावों से भाजपा ने सीख नहीं लिया है, जिसमें उनके व उनके गठबंधन के उम्मीदवारों को एनओसी मिलने में मुश्किल आई, एनओसी के लिए मजबूरन उन्हें धरने लगाने पड़े, ऐसी स्थित को देखते हुए भी भाजपा अपने प्रत्याशियों के लिए 36 घंटे से कम का समय दे रही है, जो कि मुश्किल भरा कदम होगा।


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