कचहरी में युवक पर किरच से हमला, घायल को तड़पता देख लोग बनाते रहे वीडियो
जिला कचहरी में युवक पर दो लोगों ने बाथरूम में घुसकर किरच से हमला कर दिया। राजेश कुमार पुत्र ओम प्रकाश निवासी बोली रामदयाल अमृतसरी गेट इरादा कत्ल के मामले में एडिशनल सत्र न्यायधीश की कोर्ट में तारीख भुगतने आया था। जैसे ही वह बाथरूम में गया तो योजनाबद्ध तरीके से दो युवकों ने उसके गले में फंदा डालते हुए उस पर किरच से वार कर दिया जो उसकी पीठ पर लगा। हमलावर मौके से फरार हो गए लेकिन आसपास खड़े लोग राजेश को तड़पता देख उसकी वीडियो बनाते रहे किसी ने भी उसे अस्पताल ले जाने की कोशिश नहीं की।
संवाद सूत्र, फिरोजपुर : जिला कचहरी में युवक पर दो लोगों ने बाथरूम में घुसकर किरच से हमला कर दिया। राजेश कुमार पुत्र ओम प्रकाश निवासी बोली रामदयाल अमृतसरी गेट इरादा कत्ल के मामले में एडिशनल सत्र न्यायधीश की कोर्ट में तारीख भुगतने आया था। जैसे ही वह बाथरूम में गया तो योजनाबद्ध तरीके से दो युवकों ने उसके गले में फंदा डालते हुए उस पर किरच से वार कर दिया, जो उसकी पीठ पर लगा। हमलावर मौके से फरार हो गए, लेकिन आसपास खड़े लोग राजेश को तड़पता देख उसकी वीडियो बनाते रहे, किसी ने भी उसे अस्पताल ले जाने की कोशिश नहीं की।
घटना का पता चलते ही थाना कैंट के प्रभारी एएसआइ सुखदेव सिंह मौके पर पहुंचे और युवक को अस्पताल पहुंचाया, जहां उसकी गंभीर हालत देखते हुए फरीदकोट मेडिकल में रेफर किया गया है। एएसआइ ने बताया कि राजेश कुमार का रिकू व अंकित नामक युवकों से पुराना झगड़ा चल रहा था। उन्होनें बताया कि 2015 में राजेश के बयान पर थाना सिटी में इरादा कत्ल की 215 नंबर एफआइआर भी दर्ज हुई थी और उसी मामले की वह तारीख भुगतने के लिए आया था।
पुलिस ने घायल को पहुंचाया अस्पताल, लोग देखते रहे तमाशा
अक्सर ही पुलिस अपनी नाकामियों के कारण सुर्खियों में रहती है। राजेश कुमार पर बाथरूम में जब हमला हुआ तो उसके कपड़े शौच से भर चुके थे और खून से लथपथ देख उसे किसी ने भी बचाने व उठाने की कोशिश नहीं की। लेकिन कैंट प्रभारी एएसआइ सुखदेव सिंह ने वर्दी का फर्ज निभाने के अलावा इंसानियत निभाते हुए उसे उठाकर पुलिस की गाड़ी के माध्यम से सिविल अस्पताल में भिजवाया। पुलिस के मुताबिक कोर्ट के सीसीटीवी कैमरों की फुटेज देखने के अलावा घायल के बयान लेने के बाद ही आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।
क्राइम सिटी बन चुका शहीदों का शहर
शहीदों का शहर क्राइम सिटी के नाम से मशहूर हो चुका है। एक तरफ एसएसपी द्वारा हरेक चौक-चौराहे पर पुलिस जवान तैनात कर सुरक्षा के दावे किए जा रहे है तो वहीं आएं दिन असमाजिक तत्व सरेआम पुलिस को धत्ता बताते हुए अपनी वारदातों को अंजाम दे रहे हैं। बीते दिनों कंबोज नगर में सरेआम जिला परिषद सदस्य के कातिलों को जहां पुलिस नहीं पकड़ पाई है, वहीं थाने में हमला बोल सरेआम खाकी पर हाथ पाने वालों को पकड़ने की बजाय पुलिस इस मामले को मात्र एक घटना बता रही है। इसके अलावा आएं दिन नगर में छीना-झपटी की वारदातें आम हो गई है।