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डेंगू,मलेरिया व चिकनगुनिया से विद्यार्थियों को दिए बचाव के टिप्स

-सिविल सर्जन के दिशा निर्देशों अनुसार सेहत विभाग टीम की तरफ से सीएचसी ममदोट के अधीन आते गांव लक्खा हाजी के सीनियर सेकेंडरी स्कूल सेहत मुलाजिमों ने विद्यार्थियों को डेंगू से बचाव के लिए टिप्स दिए । बच्चों को जागरूक करते एमपीएचडब्लयू (मेल ) अमरजीत ने कहा कि कुछेक सावधानियां बरतने से भी डेंगू मच्छर का खात्मा हो जाता है । डेंगू बुखार मादा एडीज.एजिपटी नाम के मच्छर के काटने साथ फैलता है जो साफ पानी के स्त्रोतों में पैदा होता है ।

By JagranEdited By: Published: Thu, 15 Nov 2018 10:51 PM (IST)Updated: Thu, 15 Nov 2018 10:51 PM (IST)
डेंगू,मलेरिया व चिकनगुनिया से विद्यार्थियों को दिए बचाव के टिप्स
डेंगू,मलेरिया व चिकनगुनिया से विद्यार्थियों को दिए बचाव के टिप्स

संवाद सूत्र, फिरोजपुर,

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सिविल सर्जन के दिशा निर्देशों अनुसार सेहत विभाग टीम की तरफ से सीएचसी ममदोट के अधीन आते गांव लक्खा हाजी के सीनियर सेकेंडरी स्कूल सेहत मुलाजिमों ने विद्यार्थियों को डेंगू से बचाव के लिए टिप्स दिए । बच्चों को जागरूक करते एमपीएचडब्लयू (मेल ) अमरजीत ने कहा कि कुछेक सावधानियां बरतने से भी डेंगू मच्छर का खात्मा हो जाता है । डेंगू बुखार मादा एडीज.एजिपटी नाम के मच्छर के काटने साथ फैलता है जो साफ पानी के स्त्रोतों में पैदा होता है ।

डेंगू मच्छर के काटने साथ होने वाले बुखार के लक्षणों की बात करते अमरजीत ने कहा कि तेज बुखार,सिर दर्द,आंखों के पिछले हिस्से में दर्द, मांस पेशियां और जोड़ों में दर्द,जी कच्चा होना,उलटी आना या थकावट आदि होने की सूरत में तुरंत माहिर डाक्टर के पास चैकअप करवाया जाये तो इस बीमारी शुरू होने से पहले ही खत्म किया जा सकता है।

--- ये है बचाव के तरीके ---

अमरजीत ने कहा कि लोगों को अपने कूलरों के बीच वाले पानी को हर सप्ताह के शुक्रवार को ड्राई डे के तौर पर मनाकर बदलना चाहिये और इस दिन पानी को बदलना यकीनी बनाया जाये । यदि आप के आसपास गंदा पानी खडा रहता है तो हफ्ते में एक बार उस पर काला तेल डाल देना चाहिये ,इस तरह करने के साथ मच्छरों का लारवा मरता है । उन्होंने कहा कि मलेरिया का मच्छर गंदे पानी में पैदा होता है और यह मच्छर रात को सोने समय पर काटता है इसके साथ बहुत तेज बुखार,सिर दर्द, चक्कर आने,उलटी आना,कंपकपी के साथ बुखार होना,यह मलेरिया बुखार के मुख्य लक्षण होते हैं और इस पर बचाव के लिए हमें रात को सोने समय पर गुड्ड नाईट जैसे क्रीम या फिर मच्छरदानी लगाकर सोना चाहिये ।

इस मौके स्कूल ¨प्रसिपल जजबीर ¨सह,सतनाम ¨सह,अश्वनी कुमार,बलविन्दर ¨सह आदि भी मौजूद थे। लाईन वेल्फेयर सोसायटी के सहयोग से गुरूकुल माडल स्कूल में बीमारियों से जागरूक करने के लिए सेमीनार आयोजित किया गया । इस मौके बच्चे को डेंगू, मलेरिया और चिकनगुनिया बीमारियों से संबंधित जागरूक किया गया। सेमीनार मौके स्कूल के प्रधान के योगेश मलिक और नसीब ¨सह भी उपस्थित थे। इस मौके न¨रदर कुमार ने डेंगू बुखार बारे जानकारी देते बताया कि यह बीमारी एडीज अजैपटी मच्छर के काटने से होती है और तेज बुखार , आंखों के नीचले हिस्से में दर्द, पठ्या में दर्द, ,दिल घबराना उलटी आना, नाक, मुंह, जबड़ों में से खून आना और चमड़ी पर नीले दाग पड़ना डेंगू बुखार के लक्षण हैं। उन्होंने बताया कि डेंगू बुखार से बचने के लिए हमें घरों के आसपास पानी इकट्ठा नहीं होने देना चाहिए, कपड़े ऐसे पहनने चाहिएं कि शरीर पूरी तरह ढक्का हुआ रहे जिससे आपको मच्छर न काट सके, सोते समय पर मच्छरदानी, मच्छर भगाने वाली करीमें और तेल आदि का इस्तेमाल करें ।डेंगू का टैस्ट और इलाज सिविल अस्पताल फिरोजपुर में मुफ्त किया जाता है


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