गांव झंजिया के किसानों ने पराली को जलाने की बजाए बना डाली गट्ठें
एक तरफ जहां प्रदेश भर के अधिकांश किसानों द्वारा खेतों में खड़े पराली के अवशेषों के आग लगाकर अपने ही खेतों की उपजाऊ शक्ति नष्ट की ,वहीं कुछ किसान ऐसे भी है जिन्होंने पराली का सही इस्तेमाल करने की मिसाल कायम की है और अपने प्रयास का पूरा फायदा उठा रहे हैं ।
संवाद सहयोगी, फिरोजपुर : एक तरफ जहां प्रदेश भर के अधिकांश किसानों द्वारा खेतों में खड़े पराली के अवशेषों के आग लगाकर अपने ही खेतों की उपजाऊ शक्ति नष्ट कर रहे हैं। वहीं कुछ किसान ऐसे भी हैं जिन्होंने पराली का सही इस्तेमाल करने की मिसाल कायम की है और अपने प्रयास का पूरा फायदा उठा रहे हैं। फिरोजपुर जिले का ऐसा ही एक गांव झंजिया है जहां के किसानों ने पराली को आग लगाने की बजाए गट्ठें बनाकर गत्ता फैक्टरी में सही इस्तेमाल में लाने की बढि़या मिसाल पेश की है।
डिप्टी कमिश्नर बलविंदर ¨सह धालीवाल ने इस गांव के किसानों की भरपूर प्रशंसा की है और उनका कहना है कि गांव के किसानों की तरफ से पराली को आग न लगाकर उसे जमीन पर जीरो ड्रिल के साथ गेहूं की सीधी बिजाई की गई है। इस तरह करने के साथ एक तो जमीन की उपजाऊ शक्ति बढ़ी है और दूसरा जमीन को फसल के लिए तैयार करने और आने वाले 2 हजार रुपये का खर्चा भी बचा है। उन्होंने जिस तरह किसानों में जलाने की पराली की गट्ठें तैयार की है उससे उन्होंने खुद का भी फायदा दो तरह से किया है। आमदनी के साथ साथ जमीन के मित्र कीटों को भी नष्ट होने के बचाया है ।
उन्होंने कहा कि जिले के अन्य किसानों को ऐसे गांव वासियों से प्रेरणा लेकर अपने खेतों की पराली को आग नहीं लगानी चाहिये। क्योंकि पराली को आग लगाने से इससे पैदा हुए धुंए के साथ अनेक प्रकार की भयानक बीमारियां पैदा होती हैं और कई सड़क दुर्घटनाएं भी होती हैं। इस अवसर पर सहायक कमिश्नर (ज.)रणजीत ¨सह ने कहा कि ऐसे बढि़या प्रयास अधिक से अधिक गांवों के किसानों को करने चाहिए। जिससे हमारा वातावरण साफ सुथरा रहने के अलावा हमारी आमदन में इजाफा हो।
सर्बजीत ¨सह जिला यूथ कोआर्डिनेटर ने बताया कि उनकी तरफ से और लेखाकार गुरदेव ¨सह की तरफ से गांव झंजियां में हुए एक प्रोग्राम दौरान गांव की गुरु नानक यूथ क्लब संबंधित नेहरू युवा केंद्र फिरोजपुर के क्लब प्रधान सुशील कुमार से पता लगा कि उनके परिवार और गांव के बाकी किसानों ने डिप्टी कमिश्नर की प्रेरणा सदका गांव में पराली को आग नहीं लगाई। इसके अलावा क्लब की तरफ से गांव के किसानों को पराली को आग न लगाने संबंधी जागरूक भी किया गया है।
किसानों को जागरुक करने के लिए व प्रयास को सफलतापूर्वक करने के लिए गांव के सरपंच गुरसेवक ¨सह सरपंच, नंबरदार महेंद्र ¨सह, संदीप झंजी, जसविंदर पाल, बाल कृष्ण, राम कुमार, कस्तूरी लाल, संगत राम, जतिंदर कुमार समेत क्लब मेंबर और गांववासियों का विशेष योगदान रहा।