पौष्टिक आहार गभर्वती व बच्चों के लिए लाभकारी
फिरोजपुर : सेहत विभाग की तरफ से सितंबर माह को पोषण महीने के तौर पर मनाया जा रहा है। इसके अंतर्गत जिले के सभी शहरों और गांवों में स्त्री और बाल विकास विभाग के सहयोग के साथ अभियान चलाकर गर्भवती महिलाओं को संतुलित आहार बारे जागरूक किया जा रहा है।
संवाद सूत्र, फिरोजपुर : सेहत विभाग की तरफ से सितंबर माह को पोषण महीने के तौर पर मनाया जा रहा है। इसके अंतर्गत जिले के सभी शहरों और गांवों में स्त्री और बाल विकास विभाग के सहयोग के साथ अभियान चलाकर गर्भवती महिलाओं को संतुलित आहार बारे जागरूक किया जा रहा है। इसी अभियान के चलते ममदोट की सीएचसी की तरफ से भी गर्भवती महिलाओं में पौष्टिक और संतुलित भोजन लेने के लिए जागरूकता लाने का प्रयास किया जा रहा, ताकि पेट में पल रहे बच्चे के साथ साथ मां का भी सही पोषण हो सके ।
कम्यूनिटी हेल्थ सेंटर के अधिकारी अमरजीत ¨सह ने सरहदी गांवों में अभियान के तहत लोगों को जागरूक किया गया। उन्होंने गर्भवती महिलाओं को तंदुरुस्त रहने के साथ-साथ पेट में पल रहे बच्चे की तंदरुस्ती के लिए महिलाओं को रोजाना आयरन व विटामिन युक्त विभिन्न तरह के पौष्टिक आहार लेने के अलावा पौष्टिक दूध ,तेल व आयोडीन नमक,कैलेशियम युक्त खुराक,आईएफए की एक लाल गोली रोजाना लेना जरुरी है ।
इसके अलावा बच्चे को दूध पिलाने वाली माताओं को पता होना चाहिए की उनका दूध बच्चे के लिए अमृत के बराबर है। माताओं को चाहिए कि वह अपने बच्चे को छह माह तक अपना दी दूध पिलाए। यहीं नही नवजात बच्चे की माता को चाहिए कि वह बच्चे को अपना दूध जरूर पिलाए, ताकि वह शरीरिक बीमारियों से लड़ने की शक्ति पैदा हो सके। छह माह बाद ही बच्चे को अन्य खुराक देनी चाहिए। अमरजीत ने बताया कि पोषण अभियान के दौरान इस लिए लोगों को जागरूक किया जा रहा ताकि गभर्वती महिलाओं व नवजात शिशु बौनेपन, कुपोषण,खून की कमी (अनीमिया ) व जन्म के समय कम वजन होने की बीमारी से बचाया जा सके ।