अधूरा हॉकी एस्ट्रोटर्फ स्टेडियम हो पूरा
प्रदीप कुमार ¨सह, फिरोजपुर हॉकी के खेल में देश-विदेश में शहीदों की धरती फिरोजपुर का नाम रोशन क
प्रदीप कुमार ¨सह, फिरोजपुर
हॉकी के खेल में देश-विदेश में शहीदों की धरती फिरोजपुर का नाम रोशन करने वाले खिलाड़ी वर्तमान में फिरोजपुर में हॉकी के खेल के मैदान की हालात देखकर दु:खी हैं। परंपरागत मैदान की जगह अब हॉकी आधुनिक एस्ट्रोटर्फ के मैदान पर खेली जाती है। पौने 11 करोड़ रुपये की लागत से शहीद भगत ¨सह स्टेडियम से सटकर बन रहे हॉकी एस्ट्रोट्रर्फ स्टेडियम का काम साल भर से ठप पड़ा होने से फिरोजपुर में हॉकी खिलाड़ियों का भविष्य अंधकारमय बना हुआ है।
हॉकी कोच मनमीत ¨सह रूबल ने बताया कि वर्तमान समय में डेढ़ सौ की लगभग में विभिन्न आयुवर्ग के हॉकी खिलाड़ी उनके पास पै्रक्टिस करने के लिए आ रहे हैं, ऐसे में एस्ट्रोट्रर्फ हॉकी स्टेडियम न होने से इन सभी खिलाड़ियों को उन्हें प्रैक्टिस करवाने के लिए फरीदकोट ले जाना पड़ता है। फिरोजपुर शहर में बन रहा एस्टोट्रर्फ हॉकी स्टेडियम का काम जल्द पूरा हो तो उन्हें व उनके खिलाड़ियों को परेशानी नहीं होगी। पूर्व ओलंपियन अजीत ¨सह ने कहा कि हॉकी की पनीरी (नर्सरी) तैयार होने के लिए जरूरी है कि उन्हें वह सब सुविधाएं मिले, जिससे वह विदेशी धरती पर अपने विरोधियों का मुकाबला कर उन्हें चित कर सके। उन्होंने कहा कि निर्माणाधीन एस्ट्रोटर्फ स्टेडियम का काम जल्द से जल्द पूरा होना चाहिए, ताकि युवा खिलाड़ी उस पर प्रैक्टिस कर अपना व देश का हॉकी के खेल में भविष्य सुधार सकें। वह प्रदेश सरकार से मांग करते है कि इस बार के बजट में स्टेडियम के बकाए कार्य हेतु धनराशि जरूर जारी हो।
डीएसओ बलवंत ¨सह ने बताया कि हॉकी के एस्ट्रोटर्फ स्टेडियम के बकाया कार्य को पूरा करने के लिए उन्होंने विभाग के उच्च अधिकारियों को पत्र लिखा है। उन्होंने बताया कि स्टेडियम की इमारत में बनाए जाने वाले दोनों ब्लॉकों का काम पूरा कर लिया गया है, जबकि एस्ट्रोटर्फ बिछाने के लिए बेस बनाने व एस्ट्रोटर्फ बिछाने के साथ कुछ और कार्य रह गए हैं, जिन पर लगभग पांच करोड़ रुपये की लागत अनुमानित है। आशा करते है इस बार यह कार्य जरूर पूरा हो जाएगा।