तंदरुस्त मां ही दे सकती है सेहतमंद बच्चे को जन्म : डॉ. ¨सह
संवाद सूत्र, फिरोजपुर मां की सेहत यदि तंदुरुस्त होगी तो ही उसका बच्चा निरोग और सेहतमंद हो
संवाद सूत्र, फिरोजपुर
मां की सेहत यदि तंदुरुस्त होगी तो ही उसका बच्चा निरोग और सेहतमंद होगा। गर्भवती महिला को बच्चे की तंदुरुस्ती के लिए जहां अपनी सेहत की तरफ विशेष ध्यान देना चाहिए, वहीं बच्चों के जन्म से छह माह तक अपने दूध के साथ पोषण करना चाहिए, जो बच्चों के लिए अमृत होता है। सावधानी संबंधी यह बातें कम्युनिटी हेल्थ सेंटर ममदोट के सीनियर मेडिकल अफसर डॉ. हरप्रताप ¨सह ने अस्पताल स्टाफ व आशा वर्कर और आम लोगों को संबोधन करते हुए कहीं ।
एसएमओ ने कहा कि सेहतमंद समाज के सृजन के लिए बच्चों को पूरे टीकाकरण करवाना चाहिए और सेहत विभाग की तरफ से एमआर वैक्सीन 9 महीने से 15 साल तक के हरेक बच्चे को लगाई जा रही है। उन्होंने मां बाप और स्कूल अध्यापकों और ¨प्रसिपल्स को इस मुहिम को सफल बनाने के लिए अपना सहयोग देने की अपील की। डॉ. हरप्रताप ने कहा कि बच्चों के जन्म से लेकर लगते टीके समय -समय पर लगाने के साथ जहां बच्चो की बीमारियों के साथ लड़ने की सामर्थ्य बढ़ती है। वहीं तंदुरुस्त बच्चा पढ़ाई में भी परिपक्व हो समाज व देश की तरक्की में अपना योगदान डालने में सहायक होता है।
उन्होंने कहा कि यदि बच्चे का बचपन में सही समय पर टीकाकरण होता है तो उन बच्चों का पोलियो, टीबी, खसरा, पीलिया और काली खांसी आदि गंभीर बीमारियों से बचाव रहता है। देश में से पोलियो के खात्मे के लिए सरकार की तरफ से पोलियो की वैक्सीन तैयार की गई है,जो समय -समय पर पिछले लंबे समय से बच्चों को पिलाकर देश में से पोलियो का खात्मा किया जा चुका है। इस अवसर पर डॉ. शीतल नारंग और अंकुश भंडारी बीईई ने कहा कि सिविल अस्पतालों में गर्भवती महिलाओं को जहां सरकार की तरफ से 108 नंबर एंबुलेंस के द्वारा लाने और ले जाने की सुविधा है, वहीं प्रसव भी मुफ्त में करने के साथ-साथ रहने का भी प्रबंध किया जाता है। सरकारी अस्पतालों में प्रसव करवाने वाली महिलाओं का माहिर डॉक्टरों से इलाज करवा कर मुफ्त दवाएं और खाना मुहैया करवाया जाता है जिससे परिवार को किसी किस्म की परेशानी पेश न हो।