पर्यावरण मैत्री तकनीक से करवाया अवगत
ग्रीन टेक्नोलॉजी की उपयोगिता के लिए ऊर्जा संरक्षण की दिशा में पंजाब एनर्जी डवलपमेंट एजेंसी (पेडा) और भारत सरकार की ऊर्जा मंत्रालय की ईकाई ब्यूरो ऑफ एनर्जी एफि¨शयंसी (बीईई) ने शहीद भगत ¨सह स्टेट टेक्निकल कैंपस में निशुल्क कार्यशाला और प्रदर्शनी का आयोजन किया। चंडीगढ़ स्थित साकार फाउंडेशन और पुणे स्थित वीकेई इन्वायरमेंटल के प्रयासों के अंर्तगत इन जिला स्तरीय कार्यशालाओं को प्रदेश के सभी जिलों में आयोजित किया जा रहा है, जिसका उद्देश्य आर्किटेक्ट्स, इंजीनियरों, बिल्डरों, सरकारी कर्मचारियों और संबंधित प्रोफेशनलों को भवन निर्माण में पर्यावरण मैत्री तकनीकों से अवगत करवाना है।
संवाद सहयोगी, फिरोजपुर : ग्रीन टेक्नोलॉजी की उपयोगिता के लिए ऊर्जा संरक्षण की दिशा में पंजाब एनर्जी डवलपमेंट एजेंसी (पेडा) और भारत सरकार की ऊर्जा मंत्रालय की ईकाई ब्यूरो ऑफ एनर्जी एफि¨शयंसी (बीईई) ने शहीद भगत ¨सह स्टेट टेक्निकल कैंपस में निशुल्क कार्यशाला और प्रदर्शनी का आयोजन किया। चंडीगढ़ स्थित साकार फाउंडेशन और पुणे स्थित वीकेई इन्वायरमेंटल के प्रयासों के अंर्तगत इन जिला स्तरीय कार्यशालाओं को प्रदेश के सभी जिलों में आयोजित किया जा रहा है, जिसका उद्देश्य आर्किटेक्ट्स, इंजीनियरों, बिल्डरों, सरकारी कर्मचारियों और संबंधित प्रोफेशनलों को भवन निर्माण में पर्यावरण मैत्री तकनीकों से अवगत करवाना है। इन आयोजनों को इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ आर्किटेक्ट्स, पंजाब चैप्टर का भी समर्थन प्राप्त है जिसके अंर्तगत नामी आर्किटेक्ट्स कार्यशालाओं में वक्ताओं को रुप में प्रतिनिधियों को संबोधित कर रहे हैं।
मुख्यातिथि के रुप में आये कैंपस के निदेशक डॉ टीएस सिद्वू ने पेडा सहित कार्यशाला में जुटी एनजीओज की प्रशंसा करते हुए कहा कि यह प्रयास भविष्य में भावी पीढि़यों के लिये वरदान साबित होंगे। कैंपस में स्कूल ऑफ आर्किटेक्चर के ¨प्रसिपल अवनीश ¨सह ने अपने संबोधन में विद्यार्थियों और प्रोफेशनलों से पर्यावरण मैत्री भवनों के डिजाईन और निर्माण पर बल दिया। पेडा के जिला प्रतिनिधि तृप्तजीत ¨सह ने भवन निर्माण में सौर ऊर्जा संयंत्रों के स्थापन में सरकारी स्कीमों से अवगत करवाया और उन्होंने बताया कि इस दिशा में व्यापक सब्सिडी प्रदान की जा रही है।
इस अवसर पर गृह मंत्रालय की यूटीज के लिये गठित की गई सलाहकार समीति के सदस्य आर्किटेक्ट सुरेन्द्र बागा ने बताया कि अब स्थानीय मौसम और संस्कृति के अनुकूल भवन निर्माण को अंजाम दिया जा रहा है जो कि ऊर्जा संरक्षण में काफी सहायक है। थर्मल इंसूलेशन के संदर्भ में प्रोफेसर कपिल अरोडा ने बि¨ल्डग डिजाईनों पर प्रकाश डाला जबकि आर्किटेक्ट करन अरोडा ने ऐफि¨श्यट ऑपरेशन और रिडक्शन इन एनर्जी कंजम्पशन विषय पर विस्तार से चर्चा की । आर्किटेक्ट रु¨पदर आहुजा ने स्टार रेटिड बिजली के उपकरणों के उपयोग के लाभ बताये । अंबुजा सीमेंट के रविंद्र कुमार ने अपनी प्रेजेंटेशन में सीमेंट निर्माण में हो रही नवीनतम तकनीकों के बारे में बताया। कार्यशाला के दौरान इंजीनियर स¨तदर ¨सह, इंजीनियर राजीव तायल, आर्किटेक्ट जूली खन्ना, आर्किटेक्ट जसकीरत ¨सह, आर्किटेक्ट अर्पण अग्रवाल सहित अन्य विशेषज्ञों ने ऊर्जा दक्षता संबंधित कई गुर प्रतिनिधियों से सांझे किये। कार्यक्रम के दौरान कैंपस परिसर में सरकारी उपक्रमों और निजी कंपनियों की एक लघु प्रदर्शनी भी आयोजित की गई जिसमें दर्शकों ने भवन निर्माण और संबंधित तकनीकों की जानकारियां जुटाई ।