Move to Jagran APP

डीसी का आदेश ताक पर, हाउसिंग बोर्ड की मार्केट में खुलेआम बेचे जा रहे पटाखे

डिप्टी कमिश्नर का आदेश ताक पर रख उन जगहों पर पटाखे खुलेआम बेचे जा रहे हैं जहां पर मनाही के आदेश जारी हो चुके हैं।

By JagranEdited By: Published: Sat, 26 Oct 2019 09:49 PM (IST)Updated: Mon, 28 Oct 2019 06:29 AM (IST)
डीसी का आदेश ताक पर, हाउसिंग बोर्ड की मार्केट में खुलेआम बेचे जा रहे पटाखे
डीसी का आदेश ताक पर, हाउसिंग बोर्ड की मार्केट में खुलेआम बेचे जा रहे पटाखे

दर्शन सिंह, फिरोजपुर : डिप्टी कमिश्नर का आदेश ताक पर रख उन जगहों पर पटाखे खुलेआम बेचे जा रहे हैं जहां पर मनाही के आदेश जारी हो चुके हैं। खासकर शहर की हाउसिग बोर्ड की मार्केट में जिस तरह पटाखों की प्रशासन की मनाही के बावजूद बिक्री हो रही थी उससे एक बात साफ हो रही है कि इसमें अधिकार भी संलिप्त हैं। कारोबार करने वाले बेखौफ होकर पटाखे बेचते दिखाई दे रहे हैं जबकि डिप्टी कमिश्नर चंद्र गैंद ने बिक्री करने के लिए शहीद भगत सिंह स्टेडियम की जगह निर्धारित की है। प्रशासन ने बिक्री के लिए दीवाली के दिन सिर्फ सुबह 10 बजे से लेकर शाम सात बजे तक स्टेडियम में ही पटाखे बेचने की अनुमति दी है ।

loksabha election banner

हाउसिग बोर्ड मार्केट में बीते कई दिनों से बिना लाइसेंस पटाखे का भंडारण करने के साथ-साथ आतिशबाजी बेचने का काम किया जा रहा है। दूसरी तरफ घनी आबादी वाले बाजारों में पटाखों की बिक्री पर कोर्ट ने भले ही सख्ती से पेश आने के आदेश जारी किए हैं लेकिन फिरोजपुर के प्रशासनिक अधिकारी आदेश को मानने को तैयार ही नहीं है। स्थिति की गंभीरता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि फिरोजपुर शहर व छावनी के भीड़ भरे बाजारों में सरेआम पटाखों के लगे स्टाल अधिकारियों की लापरवाही की पोल खोल रहे हैं।

शनिवार को विभिन्न बाजारों में स्थिति साफ नजर आई। किसी भी बाजार में पुलिस की टीम को कार्रवाई करते नहीं देखा गया और न ही मुलाजिमों की तैनाती की गई है।

शहरवासी भी पुलिस द्वारा कार्रवाई न होने पर अंगुली उठा रहे हैं। उनका कहना है कि अगर भीड़ भरे बाजारों में लगे पटाखों से स्टालों से कोई अनहोनी होती है तो सारा दारोमदार पुलिस पर आएगा, अगर पुलिस सख्ती बरतती है तो ऐसे बाजारों में पटाखों की बिक्री रोकी जा सकती है। कार्रवाई का काम पुलिस का : डीसी

डिप्टी कमिश्नर चंद्र गैंद ने कहा कि उन्हें इस बारे में जानकारी नहीं है। उनका काम मनाही के आदेश जारी करना है और कार्रवाई करना पुलिस का काम है, मगर इसके बावजूद वह पुलिस के आला अधिकारियों से बात कर कार्रवाई करने के लिए कहेंगे। दूसरी तरफ एसएसपी विवेकशील सोनी से फोन पर संपर्क करने की कोशिश की, लेकिन उन्होंने फोन नहीं उठाया।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.