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वर्क परमिट की जगह टूरिस्ट वीजा पर विदेश भेजा, मलेशिया में फंसे दो मौसेरे भाई

फिरोजपुर : दुबई में वर्क परमिट पर भेजने का झांसा देकर दो एजेंटों ने दो मौसेरे भाइयों से 2 लाख 90 हजार रुपये हड़प लिए। दोनों को टूरिस्ट वीजा पर मलेशिया भेज दिया, जहां दोनों फंसे हुए हैं।

By JagranEdited By: Published: Tue, 04 Sep 2018 09:57 PM (IST)Updated: Tue, 04 Sep 2018 09:57 PM (IST)
वर्क परमिट की जगह टूरिस्ट वीजा पर विदेश भेजा, मलेशिया में फंसे दो मौसेरे भाई
वर्क परमिट की जगह टूरिस्ट वीजा पर विदेश भेजा, मलेशिया में फंसे दो मौसेरे भाई

जासं, फिरोजपुर : दुबई में वर्क परमिट पर भेजने का झांसा देकर दो एजेंटों ने दो मौसेरे भाइयों से 2 लाख 90 हजार रुपये हड़प लिए। दोनों को टूरिस्ट वीजा पर मलेशिया भेज दिया, जहां दोनों फंसे हुए हैं। परिजनों की शिकायत पर थाना सिटी पुलिस ने एजेंट लखविंदर ¨सह निवासी गांव शेरखां, फिरोजपुर और सरूप ¨सह उर्फ ¨रकू मालक निवासी ढिलवां, लुधियाना के खिलाफ धोखाधड़ी में केस दर्ज किया है। परिजनों का आरोप है कि अब उनके बेटों को वापस आने में मुश्किल हो रही है। दोनों के पासपोर्ट वहां की एक फैक्ट्री के मालिक ने रख लिए हैं।

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सुनीता रानी निवासी बगदादी गेट ने पुलिस के उच्चाधिकारियों को शिकायत दी थी कि उसके बेटे अंकित अरोड़ा और भांजे दीपक निवासी मक्खू गेट को विदेश भेजना था। तब पड़ोसियों के रिश्तेदार लख¨वदर ¨सह निवासी शेरखां से उनका संपर्क हुआ। उसने उनका सरूप ¨सह से संपर्क करवाया। तब लख¨वदर और सरूप ने कहा कि था कि वे उनके बेटों अंकित और दीपक को विदेश भेजकर काम दिलवा देंगे। उन्हें दुबई में वर्क परमिट पर भेज कर फ्रूट पै¨कग या फिर मशीनरी के पुर्जे बनाने वाली फैक्ट्री में काम लगवा देंगे। इसके लिए एक व्यक्ति के डेढ़ लाख रुपये लगेंगे। आरोपितों ने दोनों युवाओं को विदेश भेजने के लिए तीन लाख रुपये मांगे। परिवार ने 10 हजार रुपये की छूट करवाते हुए 2 लाख 90 हजार रुपये दिए थे। इसके बाद अगस्त, 2017 में दोनों भाइयों को विदेश भेजा गया।

खटमल से खारिश हुई तो एजेंट ने कहा बीमारी की जिम्मेदारी हमारी नहीं

सुनीता रानी के अनुसार जब उन्हें अंकित व दीपक ने उन्हें मोबाइल पर बताया कि उन्हें टूरिस्ट वीजा पर मलेशिया भेज दिया गया है। इसके बाद वे दो महीने तक काम के लिए भटकते रहे। फिर उन्हें मलेशिया में हवाई अड्डे से आठ घंटे की दूरी पर एक फैक्ट्री में काम मिला। सुनीता रानी का आरोप है कि दोनों लड़कों को खटमलों की वजह से खारिश हो गई। विदेश में इसकी दवा पर काफी पैसा खर्च हो गया। उन्होंने एजेंटों को मलेशिया में काम नहीं मिलने और उनके बच्चों को एलर्जी होने की बात कही तो उनका जवाब था कि बीमारी की जिम्मेदारी हमारी नहीं हैं। सुनीता रानी के अनुसर अंकित और दीपक के पासपोर्ट फैक्ट्री मालिक ने रख लिए हैं। उनसे वेतन में से खाने और रहने के नाम पर बड़ी कटौती की जा रही है।

जांच में आरोपितों को करेंगे तलब

थाना सिटी के एसएचओ जसवीर सिंह ने बताया कि पीड़ित पक्ष की ओर से विदेश भेजने के नाम पर ठगी की दरख्वास्त की ईओ ¨वग की ओर से जांच करने के बाद मुकदमा दर्ज किया गया है। अब प्रकरण की गहराई से जांच की जाएगी। इसमें आरोपितों को भी तलब किया जाएगा।


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