जेल में बंद हत्यारोपित ने सरपंच को दी केस वापस लेने की धमकी
फिरोजपुर जिला परिषद सदस्य का कत्ल करने वाले एक आरोपित ने मृतक के सरपंच भाई को जेल से फोन कर केस वापस लेने की धमकी दी और कहा कि केस वापस न लिया तो परिवार के दिन भी नजदीक ही है। इतना ही नहीं युवक ने अपने उन साथियों के नाम भी बताए जो कि गैंग के सदस्य हैं। केंद्रीय जेल से आए फोन के बाद बेशक पुलिस ने चार आरोपितों पर केस दर्ज किया है लेकिन जेल की सुरक्षा प्रबंधों की पोल भी खुल गई है।
संवाद सूत्र, फिरोजपुर : जिला परिषद सदस्य का कत्ल करने वाले एक आरोपित ने मृतक के सरपंच भाई को जेल से फोन कर केस वापस लेने की धमकी दी और कहा कि केस वापस न लिया तो परिवार के दिन भी नजदीक ही है। इतना ही नहीं युवक ने अपने उन साथियों के नाम भी बताए, जो कि गैंग के सदस्य हैं। केंद्रीय जेल से आए फोन के बाद बेशक पुलिस ने चार आरोपितों पर केस दर्ज किया है, लेकिन जेल की सुरक्षा प्रबंधों की पोल भी खुल गई है।
मृतक प्रीतम सिंह के भाई हरबंस सिंह निवासी गांव निहालेवाला ने शिकायत दी कि वह गांव का सरपंच है और उसे शम्मी नामक युवक का फोन आया और उसे धमकाना शुरू कर दिया। शम्मी ने कहा कि मलकीत सिंह निवासी गांव कोट उमरा जिला लुधियाना, हरजिंद्र सिंह व जरनैल सिंह निवासी गांव शेरेवाला जिला लुधियाना भी उसके गैंग के आदमी हैं।
थाना सदर के जांच अधिकारी लखविंद्र सिंह ने बताया कि पुलिस ने आरंभिक जांच के बाद उक्त चारो पर मामला दर्ज कर गहनता से जांच शुरू कर दी है और शम्मी पहले से ही जेल की सलाखों में है।
28 फरवरी को किया था मर्डर
28 फरवरी 2019 को जिला परिषद सदस्य प्रीतम सिंह जब अपने बच्चों को बाइक पर सवार होकर स्कूल छोडऩे आया था तो वापिस जाते वक्त नकाबपोश युवकों ने उसकी गोलिया मार निर्मम हत्या कर दी थी। इससे पहले युवक के बाप को कुख्यात तस्कर हरभजन सिंह राणा ने मारा था।
यह है मामला
पाकिस्तान से हेरोइन मंगवाकर कुख्यात तस्कर बन चुके हरभजन सिंह राणा व उसके गैंग के सदस्यों को शक रहता था कि प्रीतम सिंह का परिवार उनकी पुलिस को मुखबरी करता है और इसी शक में दोनो के मध्य कई बार झड़प हो चुकी थी। हरभजन के पाक तस्करों से भी संबंध थे। 21 दिसम्बर 2018 को फरार हरभजन सिंह जैसे ही अपने गांव में प्रीतम सिंह पिता चाचा के घर में हमला करने की नीयत से घुसा तो इस दौरान जहां बगा सिंह की मौत हो गई और झड़प में हरभजन भी मारा गया। दोनों की रंजिश बढ़ चुकी थी और हरभजन के साथी इसी चीज का बदला लेने के लिए प्रीतम सिंह की हत्या की थी। शम्मी जोकि हरभजन सिंह का भाई है उसे शक था कि प्रीतम सिंह ही पुलिस का मुख्य मुखबर है।
दो माह बाद भी हाथ खाली
प्रीतम सिंह हत्याकांड में सिटी पुलिस द्वारा नामजद किए गए सात युवकों में से अभी तक एक युवक ही गिरफ्त में आया है, बल्कि बाकि लोग आज भी खुलेआम घुम रहे है। जिन्हें पुलिस पकड़ नहीं पा रही है। प्रीतम सिंह का परिवार अब दहशत में है कि कहीं तस्कर के साथी उन पर हमला न कर दे।
एसपी (डी) बलजीत सिंह का कहना है कि पुलिस इस मामले में जांच कर रही है और आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी निरंतर जारी है।