खेलमंत्री की पत्नी को किसानों ने दिखाई काली झंडियां
गांव गहरी में हलका विधायक एवं कैबिनेट मंत्री राणा सोढी की पत्नी टीना सोढी का किसानों की ओर से वीरवार को काली झंडियां दिखाकर विरोध किया गया।
संवाद सूत्र, गुरुहरसहाय (फिरोजपुर): गांव गहरी में हलका विधायक एवं कैबिनेट मंत्री राणा सोढी की पत्नी टीना सोढी का किसानों की ओर से वीरवार को काली झंडियां दिखाकर विरोध किया गया। इस दौरान भाकियू डकौंदा के सचिव प्रगट सिंह सिधू छोटा जंडवाला ने बताया कि कैबिनेट मंत्री की पत्नी टीना सोढी की ओर से वीरवार को गांव गहरी में बैठक रखी गई थी, जिसका पता जब किसान नेताओं को मिला तो उन्होंने काली झंडिया लेकर टीना सोढी का विरोध किया।
भाकियू डकौंदा के ब्लाक उप प्रधान राजविंद्र सिंह गहरी ने कहा कि राजनीतिक पार्टियों की ओर से चुनाव नजदीक आने पर गांवों में बैठकें की जा रही हैं, लेकिन किसान-मजदूर उक्त पार्टियों की नीतियों का विरोध गांव-गांव में कर रहे है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी अभी भी बेअदबी पर वोटें लेने के लिए सियासत कर रही है और पिछले साढे़ चार साल में हलका गुरुहरसहाय के विधायक एवं कैबिनेट मंत्री राणा सोढी कभी अपने हलके व गांवों में नहीं आए। इस मौके पर इकाई प्रधान दविंद्र सिधू छोटा जंडवाला, खुशप्रीत सिंह, मनप्रीत सिह, मंदर सिंह, सुखजिन्द्र सिंह, बिद्र सिंह, गुरबचन सिंह, गुरमीत सिंह, भिद्र सिंह, गुरवीर सिंह, राजविंद्र सिंह, निर्मल सिंह, सतनाम सिंह गहरी, बलजीत सिंह, गुरप्रीत सिंह व गुरसाब सिंह आदि मौजूद थे। एक साल बाद भी नहीं मिला फसलों का मुआवजा, सड़क पर बैठे किसान संवाद सहयेागी, अबोहर : बल्लुआना हलके में पिछले साल सेमनाले के पानी व बरसात के कारण खराब हुई फसलों के मुआवजे की मांग को लेकर संयुक्त किसान मोर्चा की ओर से वीरवार को अबोहर-मलोट रोड पर गांव गोबिदगढ के टी प्वाइंट पर जाम लगाकर सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया गया।
इस दौरान भारतीय किसान यूनियन एकता सिद्धूपुर के कन्वीनर जगजीत सिंह संधू व बल्लूआना के कन्वीनर निर्मल सिंह ने बताया कि संयुक्त किसान मोर्चे की ओर से खराब हुई फसलों के मुआवजे की मांग को लेकर आठ दिन से सीतो मार्ग पर गांव दुतारांवाली में धरना लगाया गया है, लेकिन अभी तक सरकार व प्रशासन ने किसानों की कोई सुध नहीं ली, जिसके किसानों में रोष पाया जा रहा है व इसकी रोष स्वरूप मलोट रोड गोबिदगढ़ टी प्वाइंट पर संकेतिक धरना लगाकर रोष जताया गया है। उन्होंने बताया कि पिछले वर्ष सेमनाले के पानी के कारण फसलें तबाह हो गई थी, जिसको लेकर सरकार के मंत्रियों की ओर से दौरा भी किया गया था लेकिन इसके बावजूद अभी भी किसानों को खराब हुई फसलों का मुआवजा नहीं दिया गया। उन्होंने कहा कि अगर जल्द मुआवजा जारी नहीं किया गया तो संघर्ष को तेज किया जायेगा।