कर्जे एवं सूदखोरी के खिलाफ किसानों ने दिया धरना
क्रांतिकारी किसान यूनियन पंजाब की तरफ से प्रदेश समिति के अह्वान पर जिला प्रधान गुरमीत सिंह पोजोके के नेतृत्व में इकठ्ठा होकर डी.सी दफ्तर फिरोझपुर सामने रोश प्रदर्शन किया गया। धरने में जिले के अलग-अलग गांवों से पहुंचे सैंकड़ों किसानों की तरफ केंद्र और पंजाब सरकार खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई और सरकार से चुनावों के दौरान किए गए वादें पूरे करने की मांग उठाई गई और पंजाब व केंद्र सरकार के नाम पर एक मांगपत्र एडीसी को सौंपा।
संवाद सूत्र, फिरोजपुर : क्रांतिकारी किसान यूनियन पंजाब की तरफ से प्रदेश समिति के आह्वान पर जिला प्रधान गुरमीत सिंह पोजोके के नेतृत्व में एकत्रित होकर डीसी दफ्तर फिरोजपुर के सामने प्रदर्शन किया। धरने में जिले के अलग-अलग गांवों से पहुंचे सैकड़ों किसानों की तरफ केंद्र और पंजाब सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। सरकार से चुनावों के दौरान किए गए वादें पूरे करने की मांग उठाई। पंजाब व केंद्र सरकार के नाम पर एक मांगपत्र एडीसी को सौंपा। धरने को संबोधित करते हुए किसान नेताओं ने कहा कि किसानों को उनकी फसलों की अदायगी सीधे तौर पर किसानों के बैंक खातों की जाए, कर्ज वापस करने में असमर्थ सभी किसानों के निजी, सहकारी और सरकारी कर्जे माफ किए जाऐं, मौजूदा सूदखोरी व आढ़तिया प्रबंध को खात्मा किया जाए, सूदखोरी का धंधा कर रहे लोगों के लाइसेंस लेने पर आवश्यक शर्त बनाई जाए। सूदखोरी के काम को कम्प्यूटरीकरण करके पारदर्शी बनाया जाए, हर छह महीने बाद किसान और किसान नेताओं की हाजरी में हिसाब-किताब किया जाये, 1990 के बाद के ऋणी किसानों से उनकी मजबूरी का नाजायज फायदा उठाकर उनके पास से धोखो के साथ लिए खाली परनोट, राजीनामे, इकरारनामे और खाली चैक आदि सब कागजात रद किए जाएं और इन सब दस्तावेजों की कानूनी मान्यता खत्म की जाए, गेंहू और धान समेत सभी फसलों का भाव स्वामीनाथन कमीशन की रिपोर्ट अनुसार देना यकीनी बनाया जाए, छोटे किसानों को अधिक सब्सिडी दीं जाएं, पराली की संभाल के लिए दो सौ रुपए प्रति क्विटल बोनस दिया जाए और आगे उसका ठोस हल निकाला जाये। इसके साथ ही किसानों ने मांग की कि बाढ़ प्रभावित किसानों की गिरदावरियां करके उनको पूरा मुआवजा तुरंत दिया जाये, आवारा पशुओं का पक्का और स्थाई हल किया जाये। इस दौरान गुरमीत सिंह महिमा, अवतार महिमा, जिला सचिव सुरजीत कुमार वजीदपुर, गुरसेवक सिंह, टैक्नीकल सर्विस यूनियन के जगतार सिंह, इंकलाबी लोग मोर्चा पंजाब के परमजीत सिंह जीरा और मास्टर देश राज बाजेके ने संबोधन किया और चेतावनी देते हुए कहा कि यदि किसानों की मांगों को जल्द पूरा नहीं किया गया तो वह संघर्ष ओर तेज करेंगे।