मांगों को लेकर कर्मचारियों का डीसी दफ्तर के बाहर प्रदर्शन, बोले- केवल सरकार बदली है, नीतियां नहीं
मांगों को लेकर संघर्ष कर रहे कर्मचारियों ने शुक्रवार को कलम छोड़ हड़ताल कर सरकार खिलाफ रोष प्रदर्शन किया। इस दौरान कर्मचारियों ने कहा कि केवल सरकार बदली है लेकिन नीतियां नहीं बदली। चुनाव से पहले गारंटियां देने वाली सरकार अब अपने वादों से भाग रही है।
संवाद सहयोगी, फिरोजपुर। मांगों को लेकर संघर्ष कर रहे कर्मचारियों ने शुक्रवार को कलम छोड़ हड़ताल कर सरकार खिलाफ रोष प्रदर्शन किया। इस दौरान कर्मचारियों ने कहा कि केवल सरकार बदली है, लेकिन नीतियां नहीं बदली। चुनाव से पहले गारंटियां देने वाली सरकार अब अपने वादों से भाग रही है, जिस कारण मुलाजिमों को सड़कों पर उतर कर अपनी मांगें सरकार को याद दिलवानी पह रही हैं।
उन्होंने कहा कि समूह कर्मचारियों ने सुबह 11 बजे से लेकर दोपहर दो बजे तक सरकार के खिलाफ एक जुट हो कर प्रर्दशन किया और सरकार को चेताया कि उनके साथ जो वादे किए है वो पूरा करे। मुलाजिमों ने कहा पुरानी पेंशन को बहाल किया जाए। कच्चे मुलाजिमों को पक्का किया जाए डीए की किश्तों समेत और जो भी मांगे हैं वो पूरी की जाए नहीं तो मुलाजिम संघर्ष तेज करेंगे।
फसल का नुकसान होने पर मजदूरों ने मांगा मुआवजा
अपनी उसारी वर्कर यूनियन की बैठक वीरवार को नेहरू पार्क में हुई, जिमसें तेज राम, मनोहर लाल, जसवंत सिंह, अमरीक सिंह, गुरबाज सिंह ने विशेष रूप से शिरकत की। राम कुमार वर्मा ने बताया कि उनकी मांग है कि नरमे व किन्नू की बागों के हुए नुकसान का मुआवजा जारी किया जाए। उन्होंने कहा कि फसलों के नुकसान के कारण मजूदरों को काफी नुकसान उठाना पड़ेगा। इस लिए मजदूरों को भी सरकार 15 दिन में सर्वे करवा प्रति परिवार 40 हजार रुपये मुआवजा दे। उन्होंने कहा कि अगर सरकार ने जल्द सर्वे नहीं करवाया तो यूनियन द्वारा धरने दिए जाएंगे। इस दौरान तहसीलदार व एमएलए गोल्डी मुसाफिर के प्रतिनिधि को मांग पत्र दिए गए। इस मौके पर शंकर दास, सुरेश ¨सह, प्रधान नोपा राम, पूर्ण सिह संधू, सर्बजीत सिह व महावीर प्रसाद ने संबोधित किया।