ट्रैक्शन पावर से कम होगा वित्तीय बोझ : डीआरएम
फिरोजपुर रेलवे डिवीजन के अंतर्गत रेलवे ने डीम्ड लाइसेंस धारक के तौर पर 24 नवंबर से साहनेवाल चिहेड़ू बुटारी दसुआ और सुजानपुर में पांच सब स्टेशनों के लिए ट्रैक्शन पावर की आपूर्ति आरंभ हो गई है। रेल प्रबंधक डीआरएम राजेश अग्रवाल ने बताया कि ऐसा करने से 25 करोड़ रुपये प्रति वर्ष की बिजली की बचत होगी। इसके साथ ही ट्रैक्शन पावर को खरीदने के लिए रेलवे पर वित्तीय बोझ कम पड़ेगा।
जागरण संवाददाता, फिरोजपुर : फिरोजपुर रेलवे डिवीजन के अंतर्गत रेलवे ने डीम्ड लाइसेंस धारक के तौर पर 24 नवंबर से साहनेवाल, चिहेड़ू, बुटारी, दसुआ और सुजानपुर में पांच सब स्टेशनों के लिए ट्रैक्शन पावर की आपूर्ति आरंभ हो गई है। रेल प्रबंधक डीआरएम राजेश अग्रवाल ने बताया कि ऐसा करने से 25 करोड़ रुपये प्रति वर्ष की बिजली की बचत होगी। इसके साथ ही ट्रैक्शन पावर को खरीदने के लिए रेलवे पर वित्तीय बोझ कम पड़ेगा।
उन्होंने बताया कि उत्तर रेलवे ने पंजाब राज्य में खुली पहुंच के तहत ट्रैक्शन पावर (कर्षण विद्युत) आपूर्ति आरंभ हो गई है।
डीआरएम ने बताया कि विद्युत अधिनियम 2003 के अनुसार खुली पहुंच के अंतर्गत भारतीय रेलवे डीम्ड लाइसेंस धारक हैं। इस प्रकार रेलवे, केंद्र और राज्य संचरण प्रणाली को देय का भुगतान कर किसी भी उत्पादक कंपनी से सीधे बिजली खरीद सकती है। फिरोजपुर मंडल के उपुर्यक्त ट्रैक्शन सब स्टेशनों पर खुली पहुंच के अंतर्गत बिजली खरीदने से आवर्ती आधार पर अनुमानित 25 करोड़ रुपये प्रति वर्ष की बचत होगी। इस पहल से ट्रैक्शन पावर को खरीदने के लिए मंडल पर पड़ने वाला वित्तीय बोझ कम होगा ।