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पंजाब में रिसाइकिल होगा ई-वेस्ट, फिरोजपुर से होगी शुरुआत

पंजाब में स्‍वास्‍थ्‍य के लिए बेहद खरतनाक ई कचरा से निपटने की कोशिश शुरू हो गई है। राज्‍य में ई कचरा को रिसाइकिल किया जाएगा। इसकी शुरूआत फिरोजपुर से होगी।

By Sunil Kumar JhaEdited By: Published: Mon, 30 Oct 2017 10:19 AM (IST)Updated: Mon, 30 Oct 2017 10:19 AM (IST)
पंजाब में रिसाइकिल होगा ई-वेस्ट, फिरोजपुर से होगी शुरुआत
पंजाब में रिसाइकिल होगा ई-वेस्ट, फिरोजपुर से होगी शुरुआत

प्रदीप कुमार सिंह, फिरोजपुर : इलेक्ट्रॉनिक कचरा (ई-वेस्ट) पर्यावरण प्रदूषण व स्वास्थ्य के लिए बड़ा खतरा बन रहा है। पंजाब में ई-वेस्ट प्रबंधन के लिए पहली बार प्रोजेक्ट शुरू किया जा रहा है। इसकी शुरुआत फिरोजपुर से पहली नवंबर को की जाएगी। बेकार हो चुके बिजली उपकरण, कंप्यूटर, मोबाइल, टैबलेट और अन्य बिजली के सामान को इकट्ठा करने के लिए दफ्तरों, व्यवसायिक प्रतिष्ठानों में डिब्बे लगाए जाएंगे।

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इन डिब्बों में लोग अपना सभी प्रकार का खराब इलेक्ट्रॉनिक सामान रख सकेंगे। नगर कौंसिल के कर्मचारी हर 15 दिन बाद इन डिब्बों से इकट्ठा ई-वेस्ट को ले जाएंगे। नगर कौंसिल कर्मियों की ओर से इकट्ठा इस ई-वेस्ट को पैक कर फिरोजपुर से चंडीगढ़ स्थित पंजाब म्युनिसिपल इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट कंपनी को भेजा जाएगा।

चंडीगढ़ में छंटनी के बाद खराब सामान को रिसाइकिलिंग के लिए संबंधित कंपनियों को भेज दिया जाएगा। पंजाब म्यूनिसिपल इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट कंपनी के प्रोजेक्ट मैनेजर गुरप्रीत सिंह का कहना है कि एक महीने तक फिरोजपुर से इकट्ठा होने वाले ई-वेस्ट को स्टडी किया जाएगा। कौन सा ई-वेस्ट कितनी मात्रा में निकलता है, उसके अनुसार देश भर की नगर कौंसिलों के लिए योजना तैयार की जाएगी।

क्या है ई-वेस्ट

70 फीसद ई-वेस्ट सरकारी, पब्लिक और प्राइवेट उद्योगों से निकलता है जबकि सिर्फ 15 फीसद ई-वेस्ट घरों से निकलता है। खराब कंप्यूटर के मॉनिटर, एलसीडी, प्लाजमा टीवी, एअर कंडीशनर, मोबाइल, फ्रिज, कंप्यूटर में लीड, कैडमियम, मर्करी और प्लास्टिक सहित करीब 1000 से अधिक जहरीले तत्व होते हैं।

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ई-वेस्ट पर एक नजर
देश में हर साल 1.77 मिलियन टन ई-वेस्ट निकलता है। महानगरों में एक सर्वे के अनुसार सबसे अधिक ई-वेस्ट 68 फीसद कंप्यूटर उपकरण से निकल रहा है। टेलीकम्युनिकेशन उपकरण से 12 फीसद, टेलीविजन व फ्रिज से 15 फीसद, मेडिकल उपकरण से 7 फीसद, मोबाइल 2 फीसद निकलता है।

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स्वास्थ्य के लिए खतरनाक है ई-वेस्ट

ई-वेस्ट में लेड, लीथियम, एसिड सहित कई तरह के घातक रसायन होते हैं। इन्हें जलाने या जमीन पर फेंक देने से कई तरह की रसायनिक गैस उत्पन्न होती हैं। इस कारण लोग सिरदर्द, चिड़चिड़ापन, उल्टी, आंख में दर्द जैसी बीमारियों की चपेट में आते हैं।

नगर कौंसिल करेगी प्रोजेक्ट पर खर्च : ईओ

ई-वेस्ट प्रोजेक्ट पर आने वाला खर्च शुरू में नगर कौंसिल फिरोजपुर ही उठाएगी। कौंसिल के ईओ परमिंदर सिंह सुखीजा व सेनेटरी इंस्पेक्टर सुखपाल सिंह का कहना है कि मंगलवार तक दफ्तरों में ई-वेस्ट के लिए डिब्बे लगा दिए जाएंगे। बिजली, कंप्यूटर, घड़ी व अन्य इलेक्ट्रॉनिक प्रतिष्ठानों को अपने परिसर में ई-वेस्ट एकत्र करने के लिए डिब्बे लगाने को प्रेरित किया जा रहा है। सभी कारोबारियों को इस बारे में 31 अक्टूबर को बुलाया गया है। शहरवासी भी घर में बैटरी, बिजली उपकरण, कंप्यूटर, टीवी, रेडियो आदि अन्य खराब बिजली उपकरणों को इन डिब्बों में डाल सकते हैं।

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