कांग्रेस से खफा वोटरों ने अबोहर व बल्लुआना में शिअद को दिलाई बढ़त
अबोहर कांग्रेस से खफा अबोहर व बल्लुआना के वोटरों ने शिअद प्रत्याशी सुखबीर बादल को बड़ी लीड दिलाई।
प्रवीण कथूरिया, अबोहर: कांग्रेस से खफा अबोहर व बल्लुआना के वोटरों ने शिअद प्रत्याशी सुखबीर बादल को बड़ी लीड दिलाई। 2017 के विधानसभा चुनाव में अबोहर से भाजपा प्रत्याशी अरुण नारंग मात्र 3279 वोटों के अंतर से विजयी हुए थे, लेकिन इस बार सुखबीर को अबोहर से 26429 मतों की लीड मिली। यानी करीब 23 हजार 150 वोटों की लीड बढ़ गई। इस लीड के बढ़ने की वजह जहां अबोहर में विकास कार्यो विशेषकर अमृत योजना का अधर में लटका होना और इसके चलते कांग्रेस के प्रति नाराजगी माना जा रहा है, वहीं सुखबीर बादल द्वारा अबोहर को गोद लेने का एलान और अबोहर का संपूर्ण विकास करने का वादा करना भी समझा जा रहा है।
2017 के विधानसभा चुनाव में बल्लुआना से कांग्रेस के नत्थूराम 15449 वोटों के अंतर से विजयी हुए थे। लोकसभा चुनाव में इस बार यहां से सुखबीर बादल 41620 वोटों की लीड ले गए हैं, यानी सवा दो साल में ही बल्लुआना हलके में कांग्रेस को 57 हजार 69 वोटों का नुकसान हुआ। बल्लुआना में इस बड़े सुखबीर बादल को इस भारी लीड की वजह कांग्रेस के प्रति वोटरों की नाराजगी माना जा रहा है। नत्थूराम विधायक बनने के पश्चात अपने हलके में बहुत कम आए और लोगों से कटे रहे। दूसरी तरह अकाली दल के हलका इंचार्ज पूर्व विधायक प्रकाश सिंह भट्टी लगातार लोगों के साथ संपर्क में रहे। पिछले विस चुनाव में अकालीदल छोड़ने वाले पूर्व विधायक गुरतेज सिंह भट्टी भी वापस अकाली दल में लौट आए, जिसका यकीनन लाभ सुखबीर को मिला।