श्री गुरु रविदास जयंती पर सजे दीवान, शबद गायन से संगत निहाल
बहुत जन्म बिछुरे थे माधयोएह जन्म तुम्हारे लेखे।। कहि रविदास आस लगि चिर भईओ दर्शन देखे।।
संवाद सहयोगी, फिरोजपुर : बहुत जन्म बिछुरे थे माधयो, एह जन्म तुम्हारे लेखे।। यह शबद सतगुरु श्री गुरु रविदास महाराज जी के 643वीं जयंती के दौरान फिरोजपुर शहर के अमृतसरी गेट स्थित गुरुद्वारा साहिब में सजाये गए दीवान के दौरान रागी जत्थे ने कहे। गुरुद्वारा श्री गुरु रविदास वेलफेयर सोसायटी की तरफ से सजाये गए दीवान के दौरान शहर के विभिन्न हिस्सों से पहुंची संगत श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी के चरणों में नतमस्तक हुई।
गुरुद्वारा श्री गुरु रविदास सभा में आयोजित कार्यक्रम के दौरान तीन दिन पहले रखे गए श्री अखंड पाठ के भोग डाले गए और रागी व ढाडी जत्थे ने शबद गायन व वार सुना संगत को निहाल किय।
कीर्तनी जत्था बीबी जगदीश कौर फिरोजपुर के भाई निर्मल सिंह हेड ग्रंथी गुरुद्वारा साहिब जी द्वारा संगत को शबद गायन सुना गुरु साहिब के चरणों को साथ जोड़ा। इस दौरान समारोह में हिस्सा लेने वाली संगतों के लिए अटूट लंगर का भी प्रबंध किया और सुबह के कार्यक्रम का समापन अरदास से किया गया और प्रसाद वितरित किया गया। रात को दीवान भी सजाया गया।
इस मौके पर गुरुद्वारा सभा के प्रधान अमरेंद्र सिंह ने बताया कि हर साल उनकी सभा की तरफ से गुरु महाराज जी की जयंती मनाई जाती है और इस बार भी संगत के सहयोग से दीवान सजाया गया है, संगत को गुरु जी के बताये रास्ते पर चलने के लिए प्रेरणा दी गई है। इस अवसर पर उपाध्यक्ष पवन कुमार, सचिव राकेश कुमार, कैशियर अशोक कुमार, प्रदीप कुमार के साथ साथ जोगिदर सिंह ने सेवा की।
इस मौके पर किशोर कुमार, मदन लाल, वैसाखी राम, गोपाल दास बाबा, रत्न लाल, चन कुमार, रमेश कुमार, किशोर कुमार पूर्व एमसी आदि मौजूद थे।