मंत्री के आवास के बाहर गरजे अध्यापक व मुलाजिम
तीन जिलों के अध्यापकों मुलाजिमों और पेंशनरों ने रविवार को गुरुहरसहाय स्थित कैबिनेट मंत्री गुरमीत सिंह राणा सोढ़ी के निवास का घेराव कर रोष प्रदर्शन किया।
संवाद सहयोगी, गुरुहरसहाय (फिरोजपुर): तीन जिलों के अध्यापकों, मुलाजिमों और पेंशनरों ने रविवार को गुरुहरसहाय स्थित कैबिनेट मंत्री गुरमीत सिंह राणा सोढ़ी के निवास का घेराव कर रोष प्रदर्शन किया। प्रदर्शन में जिला फिरोजपुर, मोगा और फरीदकोट के अध्यापक मोर्चा पंजाब, पंजाब यूटी मुलाजिम और पेंशनर सांझा फ्रंट के सदस्य शामिल हुए।
धरने का नेतृत्व मुलाजिम नेता जगदीश सिंह चाहल, अमरीक सिंह संधू, प्रेम चावला, नवीन कुमार सचदेवा, बलविंदर सिंहभुट्टो, शिंदरपाल सिंह ढिल्लो, अशोक कौशल, गुरिंदरपाल सिंह लाडी और रविंद्र लूथरा पससफ वैज्ञानिक, राकेश शर्मा बिजली बोर्ड, वरिंदरजीत पुरी प्रधान पंजाब मंडी बोर्ड, राम प्रसाद जिला कन्वीनर, बलबीर सिंह महासचिव फरीदकोट आदि ने किया। इस दौरान वक्ताओं ने कहा कि पंजाब सरकार की ओर से छठे वेतन आयोग में वेतन/भत्तों में विस्तार करने की जगह मुलाजिमों को पहले मिल रहे वेतन और भत्तों में कटौती की है। कच्चे मुलाजिमों को पक्क ा नहीं किया जा रहा, पुरानी पेंशन स्कीम बहाल नहीं कर रही, महंगाई भत्ते का बकाया नहीं दिया जा रहा। इस दौरानवरुण कुमार प्रधान मिनिस्टीरियल स्टाफ, देश राज गुर्जर, इंद्रजीत सिंह, मनोहर लाल, कुलवंत सिंह, लखविंदर सिंह कंप्यूटर यूनियन, बाज सिंह भुल्लर, बलविंदर सिंह नेताओं ने आरोप लगाया कि पंजाब सरकार पिछले कई सालों से काम कर रहे मुलाजिमों को रेगुलर करने से लगातार भाग रही है। नेताओं ने पंजाब सरकार से मांग की कि 239 कैटागिरी को मिली वृद्धि बरकरार रखते, सभी पर एक सम्मान उच्चतम गुणांक (3.74) लागू किया जाए, पुरानी पेंशन स्कीम बहाल की जाए, वोकेशनल टीचर्ज के साथ वेतन स्केल में हुई धक्केशाही दूर की जाए, सभी भत्ते ढाई गुणा किए जाएं, डीए का बकाया जारी किया जाए, नई भर्ती को केंद्रीय स्केलों के साथ जोड़ने का फैसला रद किया जाए। इसके अलावा प्राइमरी स्कूलों में से बीपीईओ दफ्तरों में शिफ्ट किए 228 पीटीआइ को माध्यमिक स्कूल में वापस भेजन की मांग की गई। मुलाजिमों ने ऐलान किया कि पंजाब यूटी मुलाजिम और पैंशनर सांझा फ्रंट की तरफ से 29 जुलाई को मुख्यमंत्री पंजाब के शहर पटियाला में महा रैली की जाएगी। इस मौके परमिंदर सिंह सोढ़ी, जजपाल बाजेके मोगा, बलजिंदर सिंह मक्खू, गुरमीत सिंह संधू, गुलजार ईसा मसीह, हरपाल सिंह, भूपिंदर सिंह, बलदेव सिंह सहदेव, सुखचैन सिंह रामसर, महेश जैन आदि नेता भी मौजदू थे।