कोरोना की वजह से अदालतें रहीं बंद, लोगों को न्याय में हुई देरी
कोरोना महामारी के चलते जिला फिरोजपुर में सभी अदालतें 25 मार्च से बंद कर दी गई थीं जिससे हजारों केस जोकि अदालतों में विचाराधीन थे। वह फैसला न होने के कारण अदालतों में पेंडिग पड़े रहे।
अशोक शर्मा, फिरोजपुर : कोरोना महामारी के चलते जिला फिरोजपुर में सभी अदालतें 25 मार्च से बंद कर दी गई थीं जिससे हजारों केस जोकि अदालतों में विचाराधीन थे। वह फैसला न होने के कारण अदालतों में पेंडिग पड़े रहे। अपने केसों में इंसाफ हासिल करने के लिए अदालतें बंद होने के चलते लोगों को भारी परेशानियां हुई और उन्हें अदालतों के खुलने का इंतजार करना पड़ा।
फिरोजपुर जिले में एक जिला सैशन जज, चार एडीशनल सैशन जज व 7 छोटी अदालतें है। इसी तरह विधान सभा क्षेत्र जीरा में दो अदालतें और गुरुहरसहाय में दो अदालतें है, लेकिन इस कोरोना महामारी की वजह से अदालतों का काम ठप पड़ा है। चाहे दीवानी हो या फौजदारी सभी मामलें अदालतों में पेंडिग पड़े है। 17 अप्रैल से हाई कोर्ट के आदेशों के अनुसार दो अदालतों को जरूरी काम जैसे स्टे देने या बेल करवानी आदि होती है वह भी वीडीओ ग्राफी के जरिये वकीलों की बहस सुनने के बाद की जाती है।
जरूरी काम ही स्पेशल अदालतों में निपटाए जा रहे
वकीलों की बार एसोसिएसन के प्रधान जसदीप सिंह कंबोज ने बताया कि रोज 20 के करीब जरूरी काम स्पेशल अदालतों में निपटाए जाते हैं। कोरोना के मद्देनजर लोगों को इंसाफ हासिल करने में परेशानी जरूर हो रही है, लेकिन यह सब उनकी सेफ्टी के लिए जरूरी है।
कोरोना से लटका केस
एक मामले के चश्मदीद गवाह मेजर सिंह फत्तू वाले ने बताया उसका केस पिछले कई सालों से अदालत में चल रहा है, अब जबकि फैसला होने वाला था तो कोरोना वायरस की वजह से उसका केस लटक गया है। जिसमें वह इंसाफ हासिल करने के लिए इंतजार कर रहे है।